चंडीगढ़। पंजाब के खनोरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपने अनशन के 46 वें दिन शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी करके कहा कि अगर केंद्र सरकार उनकी मांगे मान लेगी तो वह अनशन छोड़ देंगे। अनशन करना हमारा कारोबार नहीं है और न ही यह कोई शौक है।
डल्लेवाल ने कहा कि दोस्तों आज हमें यहां पर यह सूचना मिली कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब से अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का सत्कार करता हूं। पंजाब भाजपा इकाई के जो लोग पंजाब के निवासी हैं उन्हें प्रधानमंत्री, गृहमंत्री राष्ट्रपति या कृषि मंत्री के पास जाना चाहिए। अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने के बजाय आप कृपया प्रधानमंत्री से कहें कि वह हमारी मांगें मान लें, तो हम अनशन छोड़ देंगे।
किसान नेता डल्लेवाल ने जारी किया वीडियो संदेश , एसकेएम के नेताओं ने डल्लेवाल व पंधेर को दिया एकता का प्रस्ताव
इस बीच किसानों ने आज पंजाब व हरियाणा में प्रधानमंत्री के पुतले फूंककर विरोध दर्ज करवाया। मोगा रैली में हुए फैसले के बाद शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की 6 सदस्यीय कमेटी 101 किसानों के साथ खनोरी बॉर्डर पर पहुंची। यहां उन्होंने खनोरी मोर्चे के नेताओं को एकता का प्रस्ताव सौंपा। किसान नेताओं ने डल्लेवाल से भी मुलाकात की।
इसके बाद एसकेएम का शिष्टमंडल शंभू बॉर्डर भी गया जहां उन्होंने सरवण सिंह पंधेर ग्रुप के नेताओं से मुलाकात करके एक मंच पर आने का प्रस्ताव दिया। एसकेएक की तरफ से आए बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि आज पूरे देश को जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की चिंता है। वह अपने भाइयों को कहने आए हैं कि इकट्ठे होकर इस आंदोलन को लड़ेंगे। 15 जनवरी को बैठक है। दिल्ली आंदोलन में जो संगठन साथ थे वह जल्द ही एकजुट होंगे। हमारे में कोई मतभेद नहीं है। केंद्र सरकार को पहल के आधार पर किसानों से बातचीत करनी चाहिए। जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि किसानों के सभी संगठनों का लक्ष्य एक है और दुश्मन एक है। उम्मीद है कि जल्दी हम एक मंच पर आएंगे।