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राष्ट्रीय

मणिपुर में कुकी उग्रवादियों-सुरक्षाबलों के बीच हुआ एनकाउंटर, 1 जवान घायल

Updated on Monday, November 11, 2024 08:08 AM IST

इम्फाल | मणिपुर के इम्फाल ईस्ट के मैतेई बहुल गांव सनासाबी में कुकी उग्रवादियों ने रविवार को हमला किया। पुलिस ने बताया कि हथियारबंद उग्रवादियों ने धान की कटाई कर रहे मैतेई किसानों पर पहले फायरिंग की फिर बम फेंके।

हमले की सूचना मिलने पर पुलिस और BSF की टीम मौके पर पहुंची, जिसके बाद उग्रवादियों और BSF जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। 40 मिनट तक चली फायरिंग में BSF के चौथी महार रेजिमेंट का एक जवान घायल हो गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

मैतेई किसानों पर बम फेंके, फिर BSF पर 40 मिनट तक फायरिंग की

मणिपुर में 8 से 10 नवंबर के बीच 3 दिन 7 हमले हुए हैं। 1 BSF जवान के घायल होने के अलावा इन हमलों में 2 महिलाओं की मौत हुई हैं। उग्रवादियों के फायरिंग में 1 डॉक्टर की भी मौत हुई है।

मैतेई किसान बोला- बम मेरे बगल में आके गिरा

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक मैतेई किसान ने कहा- जब मैं धान के खेत में घास इकट्ठा कर रहा था, तभी मेरे बगल में एक बम गिरा। कुकी उग्रवादियों ने उयोक चिंग मैनिंग (उयोक पहाड़ी) से हमला किया था। बम फेंकने के बाद वे गोलीबारी करने लगे, जिससे मैं डर गया और काम छोड़कर जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह जाकर छिप गया।

3 दिन में 7 हमले, 3 मौतें, 1 जवान घायल

  • 10 नवंबर: इम्फाल ईस्ट के मैतेई गांव में कुकी उग्रवादियों ने बम फेंके। BSF जवान के हाथ में गोली भी लगी। इलाज के बाद उसकी स्थिति स्थिर बताई गई।
  • 10 नवंबर: थाम्नापोक्पी में कुकी-चिन हमलावरों की मैतेई हथियारबंद लोगों और असम राइफल्स के जवानों के बीच गोलीबारी हुई।
  • 9 नवंबर: बिष्णुपुर के लाम्पत में धान के खेतों में काम करते वक्त 34 साल की महिला की गोली लगाने से मौत हो गई थी।
  • 9 नवंबर: थम्नापोकपी के कुकी गांवों के तीन अलग-अलग स्थानों से उग्रवादियों ने रात करीब साढ़े नौ बजे मोंगबुंग गांव (एक मैतेई गांव) पर बम फेंके। उन्होंने गोलीबारी साढ़े 4 घंटे तक गोलीबारी भी की।
  • 9 नवंबर: बिष्णुपुर जिले में सैटन गांव के पास सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच फायरिंग हुई। इसमें किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
  • 9 नवंबर: पोरोम्पोत में मैतेई समुदाय के डॉक्टर मोइरांग्थेम दानबीर को कुकी उग्रवादियों ने गोली मार दी। डेढ़ साल की हिंसा में किसी डॉक्टर को पहली बार निशाना बनाया गया है।
  • 8 नवंबर: जिरीबाम जिले के जैरावन गांव में हथियारबंद उग्रवादियों ने 6 घर जला दिए। हमलावरों की फायरिंग में एक 31 साल की महिला की मौत हो गई।
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