पंचकूला, 10 जुलाई : सरकार की महत्वाकांक्षी गोबरधन परियोजना के सुखद परिणाम अब नजर आ रहे है। इस परियोजना के तहत रायपुररानी ब्लॉक के गांव प्यारेवाला में लगाए गए गोबर गैस प्लांट से आम आदमी का चूल्हा जलने लगा है और गांववासी इस गैस से अपना भोजन बना रहे हैं। प्यारेवाला में इस परियोजना का जायजा लेने के लिए स्वच्छ भारत मिशन स्टेट टास्क फोर्स के मीडिया कोऑर्डिनेटर पवन शर्मा ने गांव का दौरा किया। यहां उन्होंने इस परियोजना को व्यवहार रूप में फलित होते देखा। पवन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य गांव में बेकार पड़े गोबर का निस्तारण करते हुए उसे उपयोग में लाना है।
सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 'गोबरधन'से पंचकूला के प्यारेवाला गांव में जल रहा आम आदमी का चूल्हा
स्वच्छ भारत मिशन के मीडिया समन्वयक पवन शर्मा ने प्यारेवाला गांव में 'गोबरधन' प्रोजेक्ट का लिया जायजा
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश के हर जिले में एक गोबर गैस का प्लांट लगाया गया है जहाँ इससे बनने वाली गैस का इस्तेमाल घरों में खाना पकाने के लिए किया जाएगा। खास बात यह है कि गोबर गैस प्लांट को चलाने के लिए बिजली भी इसी गैस से बनाई जा रही है। यह गैस दूसरी घरेलू गैस की तुलना में बहुत सस्ती और सुरक्षित है। गांव प्यारेवाला में करीब 30 घरों में गैस की सप्लाई दी जा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल इस गैस का ग्रामीणों से कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा। आने वाले समय में ग्राम पंचायत एक कमेटी बना कर इसका व्यावसायिक संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों के लिए यह एक बेहतर बिजनेस मॉडल साबित हो सकता है। मीडिया समन्वयक ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य प्रदेश के गांवों को कचरा मुक्त कर आत्मनिर्भर बनाना है। गोबरधन परियोजना इसी मिशन का एक हिस्सा है, जिससे गांव की नालियों और गलियों में बेकार बहने वाले गोबर का उचित रूप से निस्तारण होगा। उन्होंने कहा की कई अन्य जिलों में इस परियोजना को शुरू कर दिया गया है जबकि बाकी जिलों में काम अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की नायब सरकार का संकल्प है कि कचरे को उपयोग में लाते हुए उसे समाज के लिए लाभकारी बनाकर प्रदेश को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाए। इस अवसर पर चौ छज्जू राम, हरीश मदान, अनिल कुमार व दीपक सहित पंचायत व स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारी भी मौजूद रहे।