चण्डीगढ़ | हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसान हित में जितने निर्णय पिछले 10 वर्षों में वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा लिए गये हैं उतने पहले की सरकारों ने कभी नहीं लिए गए। उन्होंने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों को अपनाने के लिए किसानों को अब 8000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो पहले 7000 रुपये प्रति एकड़ थी। इतना ही नहीं, किसानों को सहकारी बैंकों से जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।
मुख्यमंत्री आज विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान इनेलो के विधायक श्री आदित्य देवीलाल द्वारा प्रदेश के किसानों पर फसली ऋण के बारे पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में बोल रहे थे।nउन्होंने सदन को अवगत करवाया कि हरको बैंक व अन्य सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को फसली ऋण 7 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाता है, परंतु यह ब्याज की राशि 4 प्रतिशत हरियाणा सरकार द्वारा तथा 3 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाती है।
किसान को सहकारी बैंकों से जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर मिल रहा फसली ऋण , गत 10 वर्षों में पहली बार अंतिम टेल तक पहुंचा पानी
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा किसान हित में निरंतर लिए जा रहे निर्णयों के फलस्वरूप पिछले 10 वर्षों में किसान की पैदावार में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से सब्सिडी देकर टपकन व फव्वारा सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके अलावा, 10 वर्षों में पहली बार सिंचाई के लिए अंतिम टेल तक पानी पहुंचने काम वर्तमान सरकार द्वारा किया जा रहा है।