चंडीगढ, 19 जून। हरियाणा में भगवान बुद्ध के आगमन को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की तैयारी विरासत व पर्यटन विभाग द्वारा की जाएगी। विरासत व पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश में भगवान बुद्ध की यात्रा के विभिन्न स्थानों को विकसित करने के साथ-साथ सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व आध्यात्मिकता को बढावा दिया जाएगा। इसकी शुरूआत यमुनानगर के गांव टोपरा कलां में भगवान बुद्ध के स्तूप निर्माण के साथ होगी।
: सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने पर जोर देगी सरकार
: आईएनटीएसीएच के प्रतिनिधिमंडल ने पर्यटन मंत्री से की मुलाकात, मिला भरोसा
वीरवार को हरियाणा सिविल सचिवालय स्थित कार्यालय में विरासत व पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा से भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट यमुनानगर चैप्टर के प्रतिनिधिमंडल में सिद्धार्थ गौरी व विंग कमांडर अमन मेहता ने मुलाकात करते हुए टोपरा कलां में बौद्ध स्तूप निर्माण व हरियाणा बौद्ध सर्किट की स्थापना को लेकर चर्चा की। विरासत व पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में विभिन्न धार्मिक स्थलों के विकास एवं महान व्यक्तित्वों के विचार को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर बडी परियोजनाओं को बढावा दिया है। इसी कडी में प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की सरकार हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के मानचित्र पर लाने के लिए प्रयासरत है।
प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि टोपरा कलां स्थित अशोक एडिक्ट पार्क ऐतिहासिक महत्व का स्थल है, जहां 2019 में 30 फुट व्यास का अशोक चक्र स्थापित किया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की शुरुआत टोपरा स्तंभ के अभिलेख से की थी। उन्होंने बताया कि भगवान बुद्ध ने हरियाणा आगमन में टोपरा कलां में जिस स्थान पर महासत्तिपठन सुत्त का उपदेश दिया था, वहां पर 55 फुट उंचाई का बौद्ध स्तूप स्थापित किया जाएगा। यह स्तूप हरियाणा में लगभग 700 वर्षों बाद बनने वाला महत्वपूर्ण बौद्ध स्मारक होगा। इसके लिए 250 से अधिक ग्रामीणों ने इसके समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं, जो स्थानीय विरासत के पुनरुत्थान की भावना को दर्शाता है।
कैबिनेट मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने हरियाणा पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डाॅ शालीन को निर्देश देते हुए कहा कि टोपरा कलां में स्तूप निर्माण योजना को समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित बौद्ध सर्किट हरियाणा की प्राचीन बौद्ध यात्रा को दर्शाएगा, जो अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेगा। इसमें दिल्ली और चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे व राष्ट्रीय राजमार्ग से जुडाव भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा। डाॅ शर्मा ने कहा कि बौद्ध सर्किट हरियाणा में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा।
प्रस्तावित बौद्ध सर्किट में प्रमुख स्थल टोपरा कलां, चनेटी, आदि बद्री, ब्रह्मसरोवर, असंध और अग्रोहा को शामिल करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात करते हुए इसके विस्तार पर चर्चा की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट यमुनानगर चैप्टर के प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा का धन्यवाद किया कि उन्होंने विरासत एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को बौद्ध स्तूप और बौद्ध सर्किट के संबंध में शीघ्रता से कार्य आरंभ करने के निर्देश दिए हैं। यह परियोजनाएं न केवल क्षेत्रीय विकास, बल्कि हरियाणा की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण और वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होंगी।