चंडीगढ़। शिक्षा विभाग शिक्षकों की स्थानांतरण ड्राइव को सिरे चढ़ाने की कवायद में जुटा हुआ है। एमआईएस पोर्टल पर खामियों को दुरुस्त करने के साथ शिक्षक संगठनों के साथ भी संवाद किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल तथा निदेशक जितेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में प्रदेशभर के शिक्षक संगठनों ने हिस्सा लिया। तकरीबन चार घंटे की चली मैराथन बैठक में एक-एक शिक्षक संगठन ने स्थानांतरण ड्राइव को लेकर सुझाव दिए। बैठक में 20 से ज्यादा शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
अब शिक्षा विभाग शिक्षक संगठनों के सुझावों के आधार पर स्थानांतरण ड्राइव को लेकर योजना तैयार करेगा। शिक्षक संगठनों ने एक सुर में कोई भी पद कैप्ट रखे बिना जोन सिस्टम के आधार पर स्थानांतरण ड्राइव चलाया जाए। इसके साथ ही कक्षा 6 से 8 और 9वीं से 12वीं का अलग-अलग रेशनालाइजेशन करने का सुझाव भी संगठनों की ओर से दिया गया। शिक्षक तबादला करवाओ संघर्ष समिति की ओर से जेबीटी से लेकर प्रिंसिपल के तबादले एक साथ और स्थानांतरण ड्राइव निर्धारित अवधि के भीतर पूरा कराने का सुझाव दिया। प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल की ओर से शिक्षक संगठनों को आश्वासन दिया कि सुझावों के आधार पर योजना तैयार की जाएगी। विभाग का प्रयास रहेगा कि निर्धारित अवधि के भीतर स्थानांतरण ड्राइव पूरा हो ताकि शिक्षकों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
शिक्षक संगठनों ने एक सुर में कोई भी पद कैप्ट रखे बिना जोन सिस्टम के आधार पर स्थानांतरण ड्राइव चलाने की मांग
हालांकि विभाग की ओर से राजकीय आदर्श स्कूल एवं पीएमश्री स्कूलों के लिए अलग से ट्रांसफर पालिसी तैयार की जा रही है, जिसका जल्द ही ड्राफ्ट मुहैया करवाया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, स्कूल कैडर लेक्चरर एसोसिएशन हरियाणा, लेक्चर वेलफेयर एसोसिएशन, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन, डेमोक्रेटिक स्कूल टीचर एसोसिएशन, हरियाणा स्कूल एजुकेशन ऑफिसर एसोसिएशन, राज्य आवाम राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक संघ हरियाणा, राजकीय अध्यापक संघ 70, मेवात मॉडल स्कूल एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन नूंह, शिक्षक तबादला संघर्ष समिति हरियाणा, हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघ, मौलिक मुख्य अध्यापक संघ, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ, हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ, हरियाणा कौशल अध्यापक संगठन, संस्कृत अध्यापक संघ, पंजाबी अध्यापक संघ सहित कई अन्य शिक्षक संगठन मौजूद रहे।
हसला का सुझाव सर्विस और परीक्षा परिणाम का भी मिले लाभ
हसला के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु ने बैठक के दौरान सुझाव दिया कि शिक्षक संगठनों द्वारा गए सुझावों के आधार पर पालिसी में बदलाव करके नया ड्राफ्ट तैयार किया जाना चाहिए। इसके साथ ही शिक्षक स्थानांतरण पालिसी-2023 की ब्लाक च्वाइस का विरोध जताते हुए इसे जोन च्वाइस में बदलने का सुझाव दिया। मेरिट अंकों में सर्विस अंक जोड़ने, कपल केस के अंक राज्य में कार्यरत सभी दंपत्ति को दिए जाएं, परीक्षा-परिणाम के अंक भी जोड़ने और एक सेक्शन में अधिकतम 35 बच्चों को रखने का सुझाव दिया गया। हसला ने विज्ञान संकाय वाले विद्यालयों में अर्थशास्त्र और मैथ का पद भी दिए जाने और शिक्षक का रेशनालाइजेशन डाटा मुहैया करवाने की मांग की गई। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र जिला प्रधान डॉ. तरसेम कौशिक, करनाल जिला प्रधान डॉ. रमेश भूरा, डॉ. दिनेश यादव और राजेश सैनी मौजूद रहे।
हर साल चलाया जाए स्थानांतरण ड्राइव
शिक्षक तबादला करवाओ संघर्ष समिति के राज्य प्रधान कृष्ण कुमार निर्माण ने बैठक के दौरान सुझाव दिया कि हर साल स्थानांतरण ड्राइव चलाया जाए। संघर्ष समिति की ओर से सुझाव दिया कि जेबीटी से लेकर प्रिंसिपल का एक साथ स्थानांतरण ड्राइव चलाया जाए और ड्राइव तय समय सीमा में पूरा किया जाना चाहिए। ड्राइव के दौरान कोई भी पोस्ट किसी भी तरह से कैप्ट न की जाए क्योंकि ऐसा करने से न केवल शिक्षकों को दूर जाना पड़ता है।
राज्य प्रधान कृष्ण कुमार ने अवगत कराया कि पिछले दिनों जेबीटी शिक्षकों को लगभग 17-18 हजार के जिला अलॉट करके अस्थाई स्टेशन दिए गए हैं, साथ ही कई विषयों के टीजीटी/पीजीटी की नई भर्ती होने के साथ-साथ विभिन्न विषयों की टीजीटी प्रमोशन और कई विषयों की पीजीटी पदों पर प्रमोशन, साथ ही प्रिंसिपल पदों पर तीन सूचियां जारी होने के बाद लगभग दस हजार शिक्षक अस्थाई स्टेशनों पर बैठे हैं। जेबीटी में ऐसे अनेकों स्कूल हैं जहाँ स्वीकृत पदों की संख्या से ज्यादा शिक्षक हैं और कई स्कूल ऐसे हैं जहाँ स्वीकृत पदों की संख्या के अनुरुप शिक्षक उपलब्ध नहीं है। इस अवसर पर राज्य महासचिव रामनिवास संगोही, पवन कुमार, महेंद्र सिंह ज्वाला, राज्य प्रेस सचिव ऋषिराज नरवाल, राजेंद्र प्रसाद शास्त्री प्रमुख रूप से मौजूद रहे।