-मां भगवती के जागरण में दिखी कलात्मक झांकियां
-गढ़ी गांव में किया गया मां भगवती का भव्य जागरण एवं भंडारा
संजय कुमार मेहरा
गुरुग्राम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा की धरती से देश को बेटी बचाने-बेटी पढ़़ाने का अभियान शुरू करने के बाद बेटियों को लेकर समाज काफी सकारात्मक हुआ है। अब बेटियों के जन्म पर खुशियां मनाई जा रही है। कुआं पूजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में गांव गढ़ी में बेटी होने की खुशी में मां भगवती का जागरण कराया गया। इस दौरान मां भगवती के साथ अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित करके भव्य दरबार सजाया गया। काफी संख्या में ग्रामीणों ने मां के दरबार में मत्था टेका और परिवार को बधाई दी।
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मां भगवती के जागरण में पहुंचे लोगों का परिवार के सदस्यों सावित्री पत्नी स्व. श्री वेद्रपकाश भारद्वाज, राजेंद्र भारद्वाज, ईश्वर शर्मा, राजेश शर्मा, मुकेश भारद्वाज, सतीश भारद्वाज, विकास भारद्वाज समेत सभी सदस्यों ने आदर-सत्कार किया। वरिष्ठ पत्रकार ईश्वर शर्मा (पुत्र स्वर्गीय श्री मुरारी लाल शर्मा एवं श्रीमती कौशल्या देवी) के बेटे मुकुंद की पत्नी हेमलता ने 22 मार्च 2022 को एक बेटी को जन्म दिया है। जिसका नाम तक्षवी रखा गया है। तक्षवी नाम मां लक्ष्मी जी का पर्यायवाची नाम है।
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समाज को बेटियों के प्रति अच्छी सोच पैदा करने के उद्देश्य से ईश्वर शर्मा ने गांव में मां भगवती का जागरण कराया। इस जागरण में ग्रामीणों के साथ-साथ रिश्तेदारों व अन्य लोगों को आमंत्रित किया गया। बेटी को मान-सम्मान देने के लिए मां भगवती का जागरण कराकर पत्रकार ईश्वर शर्मा व उनके परिवार की तरफ से समाज को यही संदेश दिया कि आज बेटा और बेटी में कोई भेद नहीं है।
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उन्होंने कहा कि बेटियां भी बेटों की तरह बनकर समाज और देश सेवा कर रही हैं। देश-विदेश में नाम रोशन कर रही हैं। जमीन से आसमान तक बेटियों का ही बोलबाला है। सेना में बेटियां शामिल हो रही हैं। बेटियां आज हवाई जहाज उड़ा रही हैं। यह समय समाज की बदली सोच के कारण ही संभव हो पाया है। ईश्वर शर्मा एवं श्रीमती भारती शर्मा का सर्व समाज को संदेश है कि हमें बेटियों को संस्कारवान बनाकर उन्हें जीवन में कामयाबी की राह पर चलाना चाहिए, ना कि उनके पांवों में परम्पराओं की बेडिय़ां डालकर उनके सपनों को खत्म करना चाहिए। कोई भी परम्परा यह नहीं कहती कि हमें बेटियों को आगे नहीं बढ़ाना।
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बेटी के नाम पर कराए गए मां भगवती के जागरण में जहां गायक कलाकारों ने अपनी सुरीली आवाज में मां भगवती व अन्य देवी-देवताओं का गुणगान किया, वहीं देवी-देवताओं का अभिनय करने वाले कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। मां शेरांवाली की झांकी, राधा-कृष्ण की झांकी, विशालकाय पारदर्शी गुब्बारे में बंद होकर नृत्य करते श्रीकृष्ण, शिवजी के साथ भूत की भूमिका में कलाकारों ने यहां बेहतरीन अभिनय किया।