नई दिल्ली, 3 जुलाई। सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि एक समय था, जब सहकारिता को आर्थिक लाभ व आर्थिक नुकसान के दृष्टिकोण के साथ देखा जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता आंदोलन को रफ्तार देते हुए सहकारिता के सामाजिक समरसता व सहभागिता पक्ष को मजबूत बनाने पर बल दिया है। आज सहकारिता रोजगार देने, आत्मसम्मान बढ़ाने व आत्मविश्वास को मजबूत बनाने का काम कर रही है। आने वाले समय मे हमें सहकारिता को केवल ग्रामीण विकास का माध्यम नहीं, अपितु राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तम्भ के तौर पर स्थापित करना है।
वीरवार को राष्ट्रीय सहकारी चीनी उद्योग लिमिटेड द्वारा दिल्ली के डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर परिसर में आयोजित सहकारी चीनी उद्योग कॉन्क्लेव 2025 व राष्ट्रीय दक्षता सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने केंद्रीय राज्यमंत्री निमुबेन जयंतीभाई बांभनिया की मौजूदगी में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली चीनी मिलों को सम्मानित किया। समारोह में हरियाणा की सहकारी चीनी मिल, करनाल को तकनीकी दक्षता क्षेत्र में देश में पहला स्थान मिला। सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने शुगर फेडरेशन हरियाणा के प्रबन्ध निदेशक आईएएस शक्ति सिंह व सहकारी चीनी मिल, करनाल के एमडी राजीव प्रसाद के साथ केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी से अवार्ड व ट्राफी ग्रहण की।
: तकनीकी दक्षता में करनाल चीनी मिल देश मे रही अव्वल, लगातार चौथे साल जीता अवार्ड
: केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा व अधिकारियों को सौंपी ट्राफी
: देश मे सर्वाधिक गन्ने का भाव, समय पर भुगतान से किसान भाइयों में सन्तुष्टिभाव
: एथनॉल के दामों में बढ़ोतरी की मांग पर केंद्रीय मंत्री ने विचार करने का दिया भरोसा
अपने संबोधन के दौरान हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने करनाल समेत देश की सभी सहकारी चीनी मिलों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 65 साल पहले एक बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति के तौर पर स्थापित राष्ट्रीय सहकारी चीनी उद्योग लिमिटेड आज अंतर राज्य सहकारी समिति के तौर पर देश में सहकारी चीनी मिलों के विस्तार, तकनीकी दक्षता को बढाने व निगरानी का महत्वपूर्ण काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीते 11 साल के दौरान देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संकल्प से सिद्धि मुहिम के तहत सहकारिता क्षेत्र को पुनर्जीवित करने का काम किया गया है। वर्ष 2021 में अस्तित्व में आए सहकारिता मंत्रालय का वर्तमान में विभिन्न प्रभावी योजनाओं व गतिविधियो के चलते बड़ा योगदान है। आज केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश को सहकारी क्षेत्र का पहला विश्वविद्यालय मिलने जा रहा है, जो देश में सहकारी क्षेत्र में अनुसंधान व नवाचार को नई दिशा देते हुए सहकार से समृद्धि के संकल्प को मूर्त रूप देगा।
सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि सहकारी चीनी मिल, करनाल को लगातार चौथी बार तकनीकी दक्षता में देश में पहला स्थान प्राप्त करने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा न केवल चीनी मिलों के ढांचागत सुधार में तेजी से काम कर रहा है, वहीं किसान हित में भी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में गन्ना उत्पादक किसानों को 400 रुपए क्विंटल गन्ना का भाव व उचित समय पर फसल का भुगतान करके हरियाणा ने अन्य राज्यों के सामने उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल में चीनी मिलों के पेराई क्षमता में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी करते हुए 30 हजार 650 टन प्रतिदिन किया गया है। करनाल में 263 करोड़ रुपए की लागत से व पानीपत में 355 करोड़ रुपए की लागत से पेराई क्षमता को बढ़ाया गया है व बिजली प्लांट लगाया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में 150 करोड़ रुपए की लागत से पानीपत चीनी मिल में एथनॉल प्लांट स्थापित किया जाएगा। समारोह के दौरान सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा द्वारा एथनॉल के रेट में बढ़ोतरी करने का सुझाव दिया, जिसपर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि चूंकि इसके निर्माण व खरीद-बिक्री में अलग-अलग विभाग शामिल हैं, ऐसे में इस बारे में सकारात्मक तरीके से विचार किया जाएगा।