चंडीगढ़। पंजाब के अमृतसर में होली की रात शरारती तत्वों ने एक मंदिर को निशाना बनाते हुए यहां बम नुमा वस्तु फैंककर धमाका कर दिया। पुलिस धमाके की इस घटना को स्वीकार तो कर रही है लेकिन यह नहीं बताया गया है कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया है। यह बम फैंका गया था या पूर्व में हुई घटनाओं की तरह ग्रेनेड हमला था।
अमृतसर समेत पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले छह माह के भीतर ग्रेनेड हमलों की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इससे पहले ज्यादातर घटनाओं में पुलिस थानों व चौकियों को निशाना बनाया गया था।
दो युवक बमनुमा वस्तु फैंककर हुए फरार
शुक्रवार की रात करीब एक बजे अमृतसर के खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में जोरदार धमाका हुआ। हमलावर मोटरसाइकिल सवार दो युवक थे, जिन्होंने मंदिर पर बम जैसी कोई वस्तु फेंककर हमला किया। हमला सीसीटीवी वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों युवक मोटरसाइकिल पर आए थे, उनके हाथ में झंडा था। वे कुछ देर तक मंदिर के बाहर खड़े रहे और फिर मंदिर की तरफ कोई वस्तु फेंकी। जैसे ही वे वहां से भागे, मंदिर में जोरदार धमाका हुआ। हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। उस समय मंदिर का पुजारी भी अंदर सो रहा था, लेकिन किस्मत से वह बाल-बाल बच गया।
हमलावरों की तरफ से बम पहली मंजिल पर फेंका गया। इससे मंदिर की पहली मंजिल का बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। पुलिस व मंदिर प्रबंधकों ने क्षतिग्रस्त हिस्से को हरा पर्दा डाल ढक दिया है। पुलिस जांच में जुटी है कि किस तरह की बमनुमा वस्तु को फेंका गया है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि ऐसे हमलों के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने बताया कि सीसीटीवी में दो बाइक सवार दिखे हैं, जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है। जल्द उन्हें पकड़ लिया जाएगा। आए दिन पाकिस्तानी एजेंसी हमारे गरीब परिवार के युवाओं को भडक़ा कर ऐसे काम करवा रहे हैं।