चंडीगढ़, 11 जुलाई 2025: दिल्ली सरकार में मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी पंजाब अध्यक्ष और मंत्री अमन अरोड़ा को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस उनके द्वारा लगाए गए झूठे, बेबुनियाद और अपमानजनक आरोपों के खिलाफ भेजा गया है।
भ्रामक और अपमानजनक आरोपों पर 24 घंटे में माफ़ी मांगने और बयान वापस लेने की चेतावनी
यह कानूनी नोटिस सिरसा जी की ओर से उनके वकील योगिंदर हंडू द्वारा भेजा गया है, जिसमें अमन अरोड़ा के द्वारा की गई बदनाम करने वाली टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक माफ़ी मांगने और अपने बयान वापस लेने की मांग की गई है।
नोटिस में कहा गया है कि मनजिंदर सिंह सिरसा तीन बार दिल्ली विधानसभा के विधायक रह चुके हैं और इस समय दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। वह दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सार्वजनिक जीवन में सिरसा जी की छवि हमेशा ईमानदार, सम्मानित और सेवा-भावना से जुड़ी रही है।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि 10 जुलाई 2025 को अमन अरोड़ा ने मीडिया में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने सिरसा जी को अपराधियों और गैंगस्टरों से जोड़ते हुए झूठे, दुर्भावनापूर्ण और मानहानि करने वाले आरोप लगाए। यह बयान सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ है, जिसमें अरोड़ा को ये अपमानजनक बातें कहते हुए साफ़ देखा और सुना जा सकता है।
साथ ही, अरोड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी ऐसे ही आरोपों को दोहराया है। नोटिस में कहा गया है कि यह सब जानबूझकर सिरसा जी की छवि को नुकसान पहुंचाने के इरादे से किया गया, जबकि अरोड़ा खुद भी जानते हैं कि उनके आरोप पूरी तरह से झूठे हैं।
नोटिस में अमन अरोड़ा को निर्देश दिया गया है कि वह तुरंत ऐसे सभी झूठे और अपमानजनक बयानों को दोहराने या प्रसारित करने से परहेज़ करें, सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बिना शर्त माफ़ी मांगें और अपने दिए गए बयान पूरी तरह से वापस लें। ऐसा न करने पर मनजिंदर सिंह सिरसा उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे।