चंडीगढ़। पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के हरियाणा चैप्टर की तरफ से केनरा बैंक के सहयोग से आज पीएचडी हाउस में एमएसएमई क्लस्टर मीट का आयोजन किया। इसका उद्देश्य एमएसएमई को सरकारी औद्योगिक नीतियों और बैंक की वित्त पोषण योजनाओं के बारे में जागरूक करना था।
सेमिनार में क्षेत्र के बैंकों, संघों और विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के 110 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पीएचडीसीसीआई के हरियाणा राज्य चैप्टर के सह-अध्यक्ष लोकेश जैन ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमएसएमई भारत के सकल घरेलू उत्पाद, निर्यात और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। केनरा बैंक चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक बी. रवि ने बताया कि केनरा बैंक ने पिछले वर्ष 1000 करोड़ रुपये का वितरण किया था और इस वर्ष और अधिक धनराशि देने की योजना है। उन्होंने यह भी बताया कि केनरा बैंक में वितरण के लिए टीएटी (टन्र्ड अराउंड टाइम) न्यूनतम है।
पीएचडीसीसीआई ने केनरा बैंक के सहयोग से किया एमएसएमई क्लस्टर मीट का आयोजन
अपने उद्घाटन भाषण में पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक सुश्री भारती सूद ने व्यवसाय के विकास और विस्तार में ऋण की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। पंजाब के उद्योग विभाग के महाप्रबंधक अर्शजीत सिंह ने पंजाब सरकार की आकर्षक औद्योगिक नीति के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि पंजाब उद्योग विभाग निवेश और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न पूंजीगत सब्सिडी योजनाएं प्रदान करता है। चंडीगढ़ के अंचल कार्यालय के मनोज कुमार दास ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि वे एमएसएमई को समर्थन देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हम उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संपाश्र्विक-मुक्त ऋण, कार्यशील पूंजी सहायता और अनुकूलित वित्तीय उत्पाद प्रदान करते हैं। एमएसएमई को मुद्रा और पीएमईजीपी जैसी सरकारी योजनाओं के माध्यम से मार्गदर्शन भी देते हैं, जिससे उन्हें स्थायी रूप से बढऩे में मदद मिलती है। एमएसएमई सुलभ चंडीगढ़ की सहायक महाप्रबंधक शेफाली बंसल ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।