चंडीगढ़ | हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में बेरोजगारी दर घटकर 4.7 प्रतिशत रह गई है जोकि देश और पडोसी राज्यों की बेरोज़गारी दर की तुलना में काफी कम है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वीरवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्षी विधायकों के उठाए सवालों का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्षी नेता सी.एम.आई.ई. (सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी) के आंकड़ों को आधार मानकर प्रदेश में बेरोजगारी की झूठी तस्वीर पेश करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक प्राइवेट संस्था है जो कांग्रेस के रिचार्ज से चलती है। यह संस्था कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा मती सोनिया गांधी के मुख्य सलाहकार से जुड़ी हुई है। विपक्ष के लोग केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए अपने तरीके से बेरोज़गारी के भ्रामक आंकड़े जारी करवाते हैं ताकि उसका राजनीतिक लाभ ले सकें।
प्रदेश में बेरोजगारी दर घटकर हुई 4.7 प्रतिशत, यह आंकड़ा देश और पडोसी राज्यों से काफी कम
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे की अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही नवीनतम रिपोर्ट में हरियाणा की बेरोजगारी दर 4.7 प्रतिशत दिखाई गई है, जबकि देश की बेरोजगारी दर 6.4 प्रतिशत है। इसी प्रकार, जम्मू एंड कश्मीर में, जहां कांग्रेस गठबंधन में है, वहां पर बेरोजगारी दर 13.1 प्रतिशत है। हिमाचल प्रदेश में जहां कांग्रेस की सरकार है वहां पर बेरोजगारी दर 10.4 प्रतिशत है। पंजाब में जहां कांग्रेस इंडी गठबंधन के साथ है वहां पर बेरोजगारी दर 5.9 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को बेरोजगारी पर बोलना ही नहीं चाहिए। उन्होंने कहा की नीति आयोग भी सभी नीतिगत निर्णयों के लिए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, जो की भारत सरकार की एजेंसी है, द्वारा किए गए सर्वेक्षण को ही मानता है।
पहले नौकरियां बिकती थी, अब योग्यता और मैरिट के आधार पर दी जाती हैं
नायब सिंह सैनी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले 10 साल में प्रदेश में बेरोजगारी को कम करने के लिए न केवल सरकारी नौकरियां दी गई है बल्कि निजी क्षेत्र में भी रोजगार के लिए युवाओं का कौशल विकास किया गया है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने 10 साल की कार्यकाल में केवल 86000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी। कांग्रेस ने ये नौकरियां किस आधार पर दी थी पूरा हरियाणा जानता है। उनके समय में दी गई नौकरी में उम्मीदवारों की लिस्ट आने से पहले यह अखबारों की सुर्खियां बन जाती थी। उनके समय में पैसे और सिफारिश से नौकरियां मिलती थी। इसके विपरीत वर्तमान सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में बिना भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद और बिना खर्ची-बिना पर्ची के आधार पर लगभग 1,77,000 योग्य युवाओं को मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। इस प्रकार, वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कांग्रेस से 2 गुना से भी ज्यादा नौकरियां पारदर्शिता के आधार पर दी हैं।