चंडीगढ़ । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सचिवालय प्रशिक्षण एवं प्रबंधन संस्थान और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यक्रम चंडीगढ़ बैपटिस्ट स्कूल, सेक्टर 45 डी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को नई पद्धतियों एवं तकनीकों में प्रशिक्षित करना था। सीबीएसई द्वारा देशभर में 15,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है, जो आगे चलकर सीबीएसई स्कूलों के 15 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। 27 और 28 दिसंबर को चंडीगढ़ में आयोजित यह श्रृंखला का दूसरा प्रशिक्षण सत्र था और इस कार्यक्रम में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के 75 अनुभवी शिक्षकों ने भाग लिया।
चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गहन प्रशिक्षण सत्रों का नेतृत्व इस क्षेत्र के कुछ सबसे अनुभवी और निपुण प्रशिक्षकों द्वारा किया गया जिनमें राजीव मांझी, (निदेशक आईएसटीएम और संयुक्त सचिव, भारत सरकार), रमनदीप कौर, (उप सचिव, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और आईजे मित्तल, (मास्टर ट्रेनर, डीओपीटी) शामिल थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण, व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और अत्याधुनिक शैक्षिक रणनीति प्रदान की, जिससे उनके संबंधित क्षेत्रों में संसाधन व्यक्तियों के रूप में सेवा करने और देश भर में हजारों सीबीएसई शिक्षकों को आगे बढ़ाने की उनकी क्षमता को मजबूत किया गया और यह सुनिश्चित हो कि इस पहल का लाभ देश भर के कक्षाओं तक पहुँचे।
सत्र में बोलते हुए, रमनदीप कौर, उप सचिव, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई ) ने जोर देते हुए कहा कि शिक्षकों को उन्नत कौशल और ज्ञान के साथ सशक्त बनाना शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तनकारी विकास को प्राप्त करने के लिए मौलिक है। टीओटी कार्यक्रम शिक्षकों का एक जीवंत और संसाधनपूर्ण समुदाय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।