मॉस्को | रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस हाइपरसोनिक ओरेश्निक बैलिस्टिक मिसाइल का लड़ाकू परिस्थितियों में परीक्षण जारी रखेगा। यूक्रेन के निप्रो शहर पर इस मिसाइल से हमला करने के अगले दिन पुतिन ने रूसी मिलिट्री प्रमुखों के साथ बैठक में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि रूस की सुरक्षा पर मंडराने वाले खतरों की स्थिति और क्षमता के आधार पर, हम इन मिसाइलों का परीक्षण जारी रखेंगे। जरूरत पड़ी तो युद्ध की परिस्थिति के लिहाज से भी परीक्षण करेंगे।
वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूसी मिसाइल के खतरों के बीच वे कोशिश कर रहे हैं कि मित्र देशों से अपडेटेड एयर-डिफेंस सिस्टम मिल सके। यूक्रेन सरकार ने सुरक्षा कारणों से अपनी संसद का सत्र स्थगित कर दिया और संसद बंद कर दी है।
यूक्रेन पर मिसाइल दागने के अगले दिन मिलिट्री प्रमुखों से मिले, बोले- परीक्षण जारी रखेंगे
इसके अलावा, सांसदों को अपने परिवारों को कीव के सरकारी जिले से बाहर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। यूक्रेन की रिक्वेस्ट पर अगले मंगलवार (26 नवंबर) को NATO की इमरजेंसी मीटिंग होगी, जिसमें नए मिसाइल खतरे पर चर्चा होने की संभवना है।
हमले के बाद पुतिन ने देश के नाम संबोधन दिया था
यूक्रेन पर मिसाइल हमले के कुछ ही घंटे बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अचानक देश के नाम संबोधन दिया था। रॉयटर्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि पश्चिमी हमले के जवाब में रूस ने ‘नई’ इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल की टेस्टिंग की है। पुतिन ने कहा कि हमें उनके खिलाफ हमला करने का अधिकार है, जो हम पर हमला करते हैं।
पुतिन ने मिसाइल का नाम ‘ओरेश्निक’ बताया। उन्होंने कहा कि यह स्पीड 2.5 से 3 किमी प्रति सेकेंड की रफ्तार से टारगेट पर हमला करता है। पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि मॉस्को यूक्रेन की मदद करने वाले किसी भी देश के सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है।