चंडीगढ़, 2 जुलाई 2025 : गर्ल जूनियर फुटबॉल टीम हरियाणा के चयन हेतु ट्रायल का आयोजन 2 जुलाई को पंचकूला स्थित क्रीड़ा परिसर में किया गया। हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष जसविंदर मीनू बेनीवाल के निर्देशानुसार इस ट्रायल का संचालन तदर्थ समिति द्वारा गठित दस सदस्यीय चयन समिति की देख-रेख में हुआ। ट्रायल में हरियाणा के विभिन्न 18 जिलों से कुल 165 बालिका खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपने फुटबॉल कौशल का प्रदर्शन किया। चयन समिति के सदस्यों में डॉ. राकेश मलिक (निदेशक खेल, पंजाब विश्वविद्यालय), श्री अश्वनी (पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी एवं वरिष्ठ प्रशिक्षक), प्रोफेसर (डॉ.) आई.पी. नागी (पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं पूर्व निदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण, एनएस एनआईएस पटियाला), श्री संजय (अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी), श्री पंकज गर्ग (आयोजन सचिव)श्री भूपेन्द्र सिंह (वरिष्ठ फुटबॉल प्रशिक्षक), श्री सुनील कुमार (पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी),सुश्री सुमन पुनिया (फुटबॉल प्रशिक्षिका), श्री सुदर्शन सिंह (वरिष्ठ प्रशिक्षक), सुश्री सुरेखा शामिल हैं। इस चयन प्रक्रिया में शामिल चयन समिति में अनुभवी प्रशिक्षकों, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और खेल प्रशासकों को शामिल किया गया था, जिन्होंने निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ चयन कार्य को सम्पन्न किया। खिलाड़ियों का मूल्यांकन उनकी तकनीकी दक्षता, शारीरिक क्षमता, खेल भावना और सामूहिक समन्वय के आधार पर किया गया।
जिन जिलों से खिलाड़ी शामिल हुईं, उनमें सबसे अधिक संख्या जींद से रही जहाँ से 26 खिलाड़ी पहुंचीं। इसके बाद भिवानी से 20, हिसार से 19, कुरुक्षेत्र से 13, झज्जर से 12, कैथल और रोहतक से 11-11, यमुनानगर से 9, अंबाला से 7, पंचकूला और चरखी दादरी से 6-6, गुरुग्राम व पानीपत से 5-5, रेवाड़ी, फतेहाबाद और करनाल से 4-4, फरीदाबाद से 2 तथा सोनीपत से 1 खिलाड़ी ने भाग लिया।
प्रारम्भिक चरण के बाद कुछ खिलाड़ियों को अंतिम टीम चयन के लिए दूसरे राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। अंतिम चरण का आयोजन कब और कहाँ होगा, इसकी घोषणा शीघ्र की जाएगी। चयन समिति के अनुसार यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही और खिलाड़ियों को समान अवसर दिया गया।
मुख्य चयनकर्ता डॉ. राकेश मलिक (निदेशक खेल, पंजाब विश्वविद्यालय) ने कहा कि हरियाणा की बालिकाओं में खेल के प्रति जो समर्पण और उत्साह देखा गया है, वह भविष्य में प्रदेश और देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरव दिला सकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास राज्य में महिला फुटबॉल को नई दिशा देगा। आयोजन सचिव श्री पंकज गर्ग ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य बालिका खिलाड़ियों को एक सशक्त मंच प्रदान करना है, जहाँ वे राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होकर देश का प्रतिनिधित्व कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि चयनित खिलाड़ियों को आगे विशेष प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा ताकि वे आगामी प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह आयोजन राज्य में महिला फुटबॉल के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने का अवसर मिला है। आयोजन समिति को उम्मीद है कि यह चयन प्रक्रिया न केवल खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ाएगी बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत टीम का निर्माण भी सुनिश्चित करेगी।