चंडीगढ़। शहर की स्वयंसेवी संस्था (एनजीओ) युवसत्ता और कुंदन इंटरनेशनल स्कूल की ‘गर्ल्स पार्लियामेंट’ ने शुक्रवार को अपने स्कूल परिसर में इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे समारोह का आयोजन किया। इस दौरान लड़कियों के अधिकारों के लिए पिंक टर्बन रैली, भाषण और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे एक बेहतर दुनिया के लिए आवाज़ उठाई जा सके जहाँ लड़कियाँ सुरक्षित महसूस करें और अपनी पूरी क्षमता का एहसास करें। इस मौके पर उपस्थित प्रमुख लोगों में नगर निगम, चंडीगढ़ के मेयर कुलदीप कुमार, चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग-सीसीपीसीआर की चेयरपर्सन शिप्रा बंसल, कुंदन इंटरनेशनल स्कूल की एसएमसी की प्रेसिडेंट डॉ शशि जैन, सेंटर फॉर सोशल वर्क, पंजाब यूनिवर्सिटी की चेयरपर्सन प्रो. (डॉ.) मोनिका मुंजियाल सिंह और युवसत्ता (यूथ फॉर पीस) के संस्थापक प्रमोद शर्मा शामिल थे।
कुंदन इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल योगेश जदली ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस साल 11 अक्तूबर का दिन इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि नवरात्रि के दौरान अष्टमी और नवमी भी इसी दिन पड़ी है, जिसमें देवी दुर्गा - जो स्त्री शक्ति और ताकत का प्रतीक हैं - का सम्मान किया जाता है। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मेयर कुलदीप कुमार ने कहा कि अपनी बेटी को बढ़ता हुआ देखकर उन्हें पूरे शहर में सभी लड़कियों और महिलाओं के लिए सुरक्षित सार्वजनिक स्थान उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है, ताकि वे अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास कर सकें।
एनजीओ युवसत्ता और कुंदन इंटरनेशनल स्कूल की ‘गर्ल्स पार्लियामेंट’ ने किया आयोजन
युवसत्ता के अनोखे ‘गर्ल्स इंडिया अभियान’ को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना करते हुए शिप्रा बंसल ने कहा कि युवा लड़कियाँ विशेष रूप से असुरक्षित हैं, जो अक्सर गंभीर ऑनलाइन उत्पीड़न और पीछा करने का शिकार होती हैं। स्कूलों और अभिभावकों को निरंतर आधार पर कंप्यूटर, मोबाइल फोन, नेटवर्क और डेटा की सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर जागरूक रहने की आवश्यकता है। प्रमोद शर्मा ने अपने समापन भाषण में इस बात पर जोर दिया कि हमें ‘बेटी बचाओ’ के नारे को बदलकर ‘अपने अधिकारों की मांग करो और उन्हें प्राप्त करो’ करना होगा। समाज में लैंगिक समानता तब तक स्थापित नहीं हो सकती जब तक कि लड़कियां और महिलाएं अपने हक की मांग और दावा करने के लिए खड़ी नहीं होतीं। सभी प्रतिभागियों को ‘लड़कियों और महिलाओं के अनुकूल चंडीगढ़’ के लिए काम करने की शपथ भी दिलाई गई।
लड़कियों के अधिकारों पर इसी तरह के कार्यक्रम सेंट जॉन्स हाई स्कूल, सेक्टर-26, एकेएसआईपीएस स्मार्ट स्कूल, सेक्टर 45, किड्स-आर-किड्स स्कूल, सेक्टर-42, गुरुकुल ग्लोबल स्कूल, मनीमाजरा, आईएस देव समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-21, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, धनास, गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल, मौली कॉलोनी आदि में भी आयोजित किए गए। गौरतलब है कि पिछले करीब 11 सालों से यह पिंक टर्बन कैंपेन 11 अक्टूबर को इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड और 24 जनवरी को नेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर स्थानीय स्कूलों में चलाया जाता है।