चंडीगढ़। सिंघाड़े के आटे का हलवा स्वाद में स्वादिष्ट और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। इसे बनाने की विधि बहुत सरल है। आइए, जानते हैं सिंघाड़े के आटे से हलवा बनाने की रेसिपी और इसके स्वास्थ्य लाभ :
आवश्यक सामग्री
- 1 कप सिंघाड़े का आटा
- 2-3 टेबलस्पून घी
- 1/2 कप चीनी या गुड़ (स्वाद अनुसार)
- 2 कप पानी या दूध
- 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
- 1-2 टेबलस्पून सूखे मेवे (बादाम, काजू, पिस्ता आदि)
विधि
- एक पैन में घी गर्म करें और उसमें सिंघाड़े का आटा डालकर मध्यम आंच पर सुनहरा भूरा होने तक भूनें। इससे आटे का कच्चापन खत्म हो जाता है और हलवे में बेहतरीन खुशबू आती है।
- पानी या दूध को अलग बर्तन में गर्म करें और उसमें चीनी या गुड़ मिलाकर अच्छी तरह घोल लें।
- जब आटा अच्छी तरह भुन जाए, तब उसमें धीरे-धीरे चीनी या गुड़ का घोल डालें और लगातार चलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने।
- जब हलवा गाढ़ा हो जाए और कड़ाही से छूटने लगे, तब उसमें इलायची पाउडर और सूखे मेवे डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
- गरमागरम हलवा तैयार है। इसे सूखे मेवे से सजाकर परोसें।
सेहत के फायदे
- सिंघाड़े का आटा ग्लूटेन-फ्री होता है, इसलिए यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो ग्लूटेन से एलर्जिक हैं या इसे अवॉयड करते हैं।
- 2।सिंघाड़ा पाचन के लिए हल्का होता है और पेट की समस्याओं में लाभकारी होता है।
- यह हलवा ऊर्जा से भरपूर होता है, जो व्रत या उपवास के समय खाने के लिए आदर्श होता है।
- सिंघाड़े में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।
- यह हलवा विशेष रूप से उपवास के दौरान खाया जाता है, लेकिन आप इसे किसी भी समय बना सकते हैं।