ब्रुनेई | पीएम मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में ब्रुनेई पहुंचे। यहां उनका भव्य स्वागत हुआ। वे ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया और उनके करीबी परिवार के सदस्यों से दुनिया के सबसे बड़े महल 'इस्ताना नुरुल ईमान' में मिले।
भारत और ब्रुनेई के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। इसके बाद पीएम मोदी आज ही सिंगापुर के लिए रवाना हो जाएंगे। वह राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। पीएम सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे।
भारतीय उच्चायोग के नए कार्यालय का उद्घाटन किया, आज सिंगापुर रवाना होंगे
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शाम ब्रुनेई पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर शहजादे अल-मुहतदी बिल्लाह ने उनका भव्य स्वागत किया था। उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी दिया गया। इसके बाद PM मोदी ब्रुनेई की उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद पहुंचे। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान के होटल में भारतीय समुदाय के लोगों ने भी उनका स्वागत किया।
इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
भारत और ब्रुनेई के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच लिक्विफाइड नैचुरल गैस , निवेश और रक्षा सहयोग पर बातचीत होगी। भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इसे और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा।
आलीशान जिंदगी जीते है ब्रुनेई के सुल्तान
बोल्कैया ब्रुनेई के 29वें सुल्तान हैं। 1984 में अंग्रेजों के जाने के बाद से वे ब्रुनेई के प्रधानमंत्री पद पर भी हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद बोल्कैया सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजा हैं। उन्होंने 2017 में 50 साल राज करने पर गोल्डन जुबली मनाई थी।
ब्रुनेई जैसे छोटे से देश में सुल्तान सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ सबसे अमीर राजाओं में भी हैं। 1980 तक वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे। फोर्ब्स के अनुसार, बोल्कैया की कुल संपत्ति 2008 में 1.4 लाख करोड़ रुपए थी।
सुल्तान की विलासिता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने राजा बनने के बाद 50 अरब रुपए का महल बनवाया। इस महल को "इस्ताना नुरुल इमान" के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा सुल्तान के पास 7 हजार कारें हैं।