चंडीगढ़ | घर एक ऐसा स्थान होता है जहां हम आराम करते हैं, खुशियां मनाते हैं और जीवन के सभी सुखों का आनंद लेते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि जमीन खरीदकर घर बनाने के बाद लोग उस घर में खुशी से नहीं रह पाते हैं। कई बार परिजनों का तबियत खराब रहती है। ऐसा होने के पीछे वास्तु दोष का कारण हो सकता है। इसलिए घर का निर्माण करने के लिए प्लाट खरीदते समय वास्तु नियमों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा, निर्माण सामग्री और यहां तक कि फर्नीचर का रंग भी हमारे जीवन पर प्रभाव डालता है। असल में, वास्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि प्लॉट खरीदते समय किन वास्तु नियमों को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
आसपास का वातावरण
प्लॉट खरीदते समय सबसे पहले यह देखें कि प्लॉट के आसपास का वातावरण कैसा है। ऐसा प्लॉट जिसके आसपास नाला, श्मशान घाट, कब्रिस्तान आदि जैसी चीजें मौजूद हों, उन जमीनों को खरीदने से बचना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इन चीजों का परिजनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और घर में रहने वालों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
पुराने खंडहर
प्लॉट के आसपास कोई पुराना खंडहर या पुराना कुआं होना अच्छा नहीं माना जाता है। इन चीजों से नकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन होता है जो घर में रहने वालों के लिए हानिकारक हो सकता है।
मुख्य द्वार की दिशा
जमीन खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि जब घर का निर्माण हो तो घर का मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। इन दिशाओं को शुभ माना जाता है। जहां तक हो सके दक्षिण मुखी प्लाट लेने से बचना चाहिए। दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है।
खुला स्थान
प्लॉट के सामने खुला स्थान या बाग़ हो तो बेहतर है। इससे घर में प्राकृतिक रोशनी और हवा का प्रवाह अच्छा होता है। प्लॉट निचले स्थान पर नहीं होना चाहिए क्योंकि बरसात के दिनों में घर के इर्द-गिर्द पानी एकत्रित होने से मन में हीन भावना पैदा होती है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
प्लॉट का आकार
प्लॉट का आकार भी महत्वपूर्ण होता है। वास्तु के अनुसार वर्गाकार भूखंड अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसे भूखंड पर बने मकान में रहने वाले लोगों के सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। प्लाट का आकार आयताकार को भी शुभ माना जाता है।
क्यों हैं ये नियम महत्वपूर्ण?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक दिशा का अपना एक महत्व होता है। विभिन्न दिशाओं में स्थित वस्तुएं हमारे जीवन पर अलग-अलग प्रभाव डालती हैं। इसलिए प्लॉट खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहे। प्लॉट खरीदना एक बड़ा फैसला होता है। इसलिए प्लॉट खरीदते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। इन नियमों का पालन करने से आप एक सुखद और शांत जीवन जी सकते हैं।