चंडीगढ़ | 9 जुलाई: भाजपा पंजाब मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार के इतिहास में पहली बार, नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को सरकारी स्तर पर पूरे श्रद्धा और सत्कार के साथ मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से यह दो दिवसीय राजकीय कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले में आयोजित किया जाएगा।
नजफगढ़ क्षेत्र में बनेगा “महाजंगल” – पर्यावरण और विरासत की रक्षा का संकल्प
प्रमुख घोषणाएं:
✅ नजफगढ़ में “महाजंगल” का निर्माण
नजफगढ़ क्षेत्र के पास एक विशाल मियावाकी पद्धति से शहरी जंगल विकसित किया जा रहा है।
यह “महाजंगल” श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित होगा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक बनेगा।
यह परियोजना ना केवल वायुप्रदूषण को कम करने में सहायक होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रकृति, शांति और भाईचारे के महत्व से भी जोड़ेगी — यही वे मूल्य हैं जिनके लिए गुरु साहिब ने जीवन अर्पित किया।
✅ सिख इतिहास पर विशेष अकादमिक कोर्स
दिल्ली विश्वविद्यालय शीघ्र ही सिख गुरुओं के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित एक विशेष पाठ्यक्रम शुरू करेगा।
सिरसा जी ने पंजाब की सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों से अपील की कि वे भी ऐसे पाठ्यक्रम प्रारंभ करें जिससे युवा पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास से जुड़ सके।
आम आदमी पार्टी पर तीखा प्रहार:
सिरसा जी ने अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि "दिल्ली को पूरी तरह से लूटने के बाद", अब उन्होंने पंजाब को शोषण का अगला केंद्र बना लिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है — जहां हर दिन हत्याएं हो रही हैं, वहीं सुरक्षा बलों को केवल केजरीवाल, सिसोदिया, भगवंत मान और उनके परिवारों की सुरक्षा में झोंक दिया गया है।
बेअदबी कानून के मसले पर सिरसा ने कहा कि जैसे पहले कांग्रेस ने इस संवेदनशील विषय पर सियासत की थी, अब वही काम आम आदमी पार्टी कर रही है। पिछले साढ़े तीन सालों में न तो कोई निष्पक्ष जांच हुई और न ही दोषियों को सज़ा मिली — और अब फिर से इस मुद्दे को राजनीतिक ड्रामा बनाया जा रहा है।
सिरसा का जनता से आह्वान:
सिरसा जी ने देशवासियों से अपील की कि वे श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान, सच्चाई और प्रकृति प्रेम के संदेश को अपनाएं और उन पहलों का समर्थन करें जो वास्तव में उनकी विरासत का सम्मान करती हैं — न कि उन लोगों का जो केवल खोखले नारे देकर भावनाओं का शोषण करते हैं।