चंडीगढ़। राजकीय स्कूलों के शिक्षक अपनी कलात्मक प्रतिभा के जरिये रंगोत्सव में रंग बिखेरेंगे। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से शिक्षकों की कलात्मक प्रतिभा को निखारने को लेकर रंगोत्सव प्रतियोगिता की कार्ययोजना तैयार की है। रंगोत्सव के जरिये शिक्षक चित्रकारी, राग-तराना और वाद्य यंत्रों के साथ हरियाणवीं बोलियां में अपने हुनर को प्रदर्शित कर सकेंगे। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयकों को 'रंगोत्सव' 2025-26 की गतिविधियां आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं। ब्लाक स्तर पर शिक्षक 11 जुलाई तक अपनी प्रविष्टियां जमा करा सकते हैं। 21 से 25 जुलाई तक जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से स्पष्ट किया गया है कि रंगोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जिसमें शिक्षकों को पुरुष व महिला के लिए अलग-अलग कला रूपों में अपनी कलात्मक प्रतिभा दिखाने का मौका दिया जाता है। शिक्षकों की विभिन्न कलाओं जैसे नृत्य, संगीत वाद्ययंत्र, गायन, दृश्य कला जैसे पेंटिंग, दृश्य कला 3डी आदि पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी।
रंगोत्सव का उद्देश्य शिक्षकों की कलात्मक प्रतिभा को निखारना और छात्रों की प्रतिभा में रचनात्मक बढ़ावा देकर देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता का जश्न मनाना है।
चित्रकारी, राग-तराना और वाद्य यंत्रों के साथ हरियाणवीं बोलियां बनेंगी आकर्षण का केंद्र
रंगोत्सव में हिस्सा लेने का 11 जुलाई तक मौका, 21 से 25 जुलाई जिला स्तर पर होंगी प्रतियोगिताएं
ब्लाक स्तर से 9 श्रेणियों में चुने जाएंगे प्रतिभागी
रंगोत्सव 2025-26 के अंतर्गत 11 जुलाई तक प्रतिभागी शिक्षक अपना आवेदन जमा करा सकते हैं। 9 श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन जिला स्तर के लिए किया जाएगा। जिला स्तर पर 21 से 25 जुलाई तक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। प्रत्येक जिला विद्यालय निरीक्षक और संबंधित कृषि विद्यालय निरीक्षक अपने-अपने जिलों में जिला स्तरीय रंगोत्सव 2025-26 का आयोजन करने के लिए बीआरपी और एबीआरसी की एक टीम बनाएंगे। डीपीसी यह सुनिश्चित करेगी कि ये दिशा-निर्देश प्रत्येक स्कूल को प्राप्त हो जाएं। रंगोत्सव में जेबीटी, टीजीटी, पीजीटी, कार्य शिक्षा प्रशिक्षक, व्यावसायिक शिक्षक आदि, एचएसएसपीपी की योजनाओं के तहत काम करने वाले संविदा शिक्षक भाग लेंगे। राज्य स्तरीय रंगोत्सव 2025-26 हेतु जिला स्तर पर प्रत्येक वर्ग से एक पुरुष एवं एक महिला का चयन किया जा सकेगा।
इन प्रतियोगिताओं में शिक्षक दिखाएं अपनी कला
श्रेणी विवरण
स्वर संगीत-शास्त्रीय कोई भी राग-तराना
पारंपारिक लोक संगीत हिंदी, पंजाबी व हरियाणा और बोलियां
शास्त्रीय नृत्य देश का कोई भी शास्त्रीय रूप
नृत्य लोक देश के किसी भी राज्य का कोई भी पारंपरिक लोक
थिएटर एकल खेल
वाद्य शास्त्र हिंदुस्तानी व कर्नाटक
दृश्य कला चित्रकारी
दृश्य कला मूर्ति