चंडीगढ़। वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और समाज सेवक मयंक मिश्रा ने अपनी नई किताब "बौनी गुड़िया" हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को भेंट की। राजभवन, शिमला में मयंक मिश्रा ने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें अपनी नई किताब भेंट की। राज्यपाल ने मयंक को उनकी नई किताब के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इससे पहले मयंक अपनी यह किताब भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को भेंट कर चुके हैं। मयंक चंडीगढ़ साहित्य अकादमी से पुरस्कृत हैं और "बौनी गुड़िया" उनकी दसवीं किताब है। यह उनका पहला बाल कहानी संग्रह है। इससे पहले उनके दो कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
सृष्टि प्रकाशन की ओर से प्रकाशित "बौनी गुड़िया" में कुल 25 लघु कहानियां हैं। किताब की हर कहानी प्रेरणा देती है और हर कहानी में कोई न की संदेश छिपा है। किताब की पहली कहानी "बौनी गुड़िया" एक ऐसी "बौनी" लड़की की कहानी है जिसे बौना होने की वजह से स्कूल में हमेशा ताने सुनने को मिले। लेकिन, उसने अपनी क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की की जान बचाकर यह साबित कर दिया कि शारीरिक तौर पर छोटा या कमजोर दिखने वाला इंसान भी वह कर सकता है जो सामान्य व्यक्ति नहीं कर सकता। गौरतलब है कि इससे पहले मयंक ने अपनी किताब "गूंगी" वर्ष 2019 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति (स्वर्गीय) प्रणब मुखर्जी, देश के तत्कालीन उप-राष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू, पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अलावा तत्कालीन केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री व सांसद अजय भट्ट को भेंट की थी।