नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने शुक्रवार को राज्यसभा में बड़ा दावा किया है और उनके इस दावे के बाद एनडीए के खेमे में खलबली मच गई होगी। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को लेकर यह दावा किया है कि, लोकसभा चुनाव 2024 के बाद नायडू एनडीए का उपाध्यक्ष बनना चाहते थे।
पूर्व पीएम देवगौड़ा ने किया बड़ा दावा
उन्होंने बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा करने से मना कर दिया था। हालांकि, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि, चंद्रबाबू नायडू अपने 16 सांसदों के साथ एनडीए सरकार का समर्थन करते हैं। वो इस गठबंधन का उपाध्यक्ष बनना चाहते थे। लेकिन पीएम मोदी इससे सहमत नहीं हुए, क्योंकि पीएम जानते हैं कि प्रशासन कैसे चलाना है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने की पीएम मोदी की तारीफ
राज्यसभा में पूर्व पीएम देवगौड़ा ने कहा कि, 'यूपीए सरकार में सिर्फ प्रधानमंत्री नहीं था, बल्कि एक उपाध्यक्ष भी था। सत्ता का केंद्र अध्यक्ष के पास था। लेकिन, पीएम मोदी ने किसी को भी सरकार को संभालने या उसमें दखल देने की इजाजत नहीं दी है'।
उन्होंने कहा कि, 'सरकार का कहना है कि उसने गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं और महिलाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इस प्राथमिकता को प्राप्त करने, लागू करने और उपेक्षित वर्ग की संभावनाओं को पूरा करने के लिए पांच सालों तक स्थिर सरकार का होना बहुत जरूरी है। पूर्व पीएम ने कहा कि, अब हमारे जैसे क्षेत्रीय दलों के समर्थन से 305 सदस्यों के साथ यह सरकार पूरे पांच साल चलेगी। पीएम से कोई किसी तरह का फायदा नहीं उठा सकता है'।
भाजपा ने दी प्रतिक्रिया
भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री के इस दावे को लेकर अपना जवाब दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, 'पार्टी अध्यक्ष के तौर पर मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि, एनडीए में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। सभी दलों के नेताओं ने पीएम मोदी के नेतृत्व को स्वीकार किया है'।