वॉशिंगटन | अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प सरकार चलाने के लिए अपनी टीम का गठन करने में जुटे हैं। कुछ पदों पर नियुक्तियों के बाद उन्होंने टेस्ला चीफ इलॉन मस्क और भारतवंशी उद्योगपति विवेक रामास्वामी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
मस्क और रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DoGE) विभाग का नेतृत्व करेंगे। DoGE एक नया विभाग है जो सरकार को बाहर से सलाह देगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे लेकर बयान जारी किया है।
नया विभाग DoGE संभालेंगे, इससे फिजूलखर्ची और नौकरशाही पर लगाम की कोशिश
ट्रम्प ने कहा- ट्रम्प ने बयान में कहा कि सरकारी पैसे की बर्बादी करने वाले लोगों में नई व्यवस्था से हड़कंप मच जाएगा। रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से DOGE के मकसद को पूरा करने का सपना देखा है। ट्रम्प ने यह भी कहा कि इस नए विभाग की जिम्मेदारी 4 जुलाई 2026 को समाप्त हो जाएगी।
मस्क बोले- नए विभाग से सरकार के 2 ट्रिलियन डॉलर बचेंगे
मस्क ने कहा कि वे नए विभाग के जरिए सरकारी खर्च में कम से कम 2 ट्रिलियन डॉलर (168 लाख करोड़) की कटौती कर पाएंगे। हालांकि कुछ विशेषज्ञ इसे असंभव बता रहे हैं। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक मस्क डिफेंस बजट या फिर सोशल सिक्योरिटी जैसे जरूरी प्रोग्राम में कटौती करते हैं तभी वे ऐसा कर पाएंगे।
ट्रम्प ने सिंतबर की शुरुआत में DoGE के गठन का प्रस्ताव रखा था। इससे पहले उन्होंने अगस्त में कहा था कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं तो मस्क को कैबिनेट पद या फिर अपने प्रशासन में सलाहकार की भूमिका सौंपने पर विचार करेंगे। इसके बाद मस्क ने कहा था कि वह इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए तैयार हैं।
ट्रम्प ने माइक वॉल्ट्ज को NSA बनाया, चीन विरोधी हैं, भारत से दोस्ती रखने के हिमायती
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने फ्लोरिडा के सांसद माइक वॉल्ट्ज को देश का नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) नियुक्त करने का फैसला किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस फैसले से परिचित दो सूत्रों ने ये जानकारी दी है।
माइक वॉल्ट्ज को चीन-ईरान का विरोधी और भारत समर्थक माना जाता है। वे चीन पर अमेरिका की निर्भरता कम करने से जुड़े कई विधेयकों का समर्थन कर चुके हैं। वॉल्ट्ज अमेरिकी सेना की स्पेशल यूनिट फोर्स में 'ग्रीन बेरे कमांडो' रह चुके हैं और तालिबान के साथ अफगानिस्तान में जंग भी लड़ चुके हैं। उन्होंने अफगानिस्तान से बाइडेन सरकार की सैन्य वापसी का कड़ा विरोध किया था। वे मिडिल ईस्ट और अफ्रीका में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल में चार NSA बदले थे। पहले सलाहकार जनरल मैकमास्टर सिर्फ 22 दिन ही पद पर रह पाए थे।