तेल अवीव | हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 165 से अधिक रॉकेट से हमला किया। इस हमले से इजराइल के उत्तरी शहर बिइना में एक बच्चे सहित 7 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा इस हमले में गैलिली शहर को भी निशाना बनाया गया। यहां 55 रॉकेट दागे गए थे।
वहीं हिजबुल्लाह ने हाइफा शहर पर 90 रॉकेट दागे। इजराइली डिफेंस फोर्सेस के मुताबिक हिजबुल्लाह ने पहली बार में हाइफा पर 80 रॉकेट दागे थे। इनमें से ज्यादातर को हवा में ही मार गिराया था। वहीं दूसरी बार में 10 रॉकेट दागे गए। हाइफा पर हमले के कुछ घंटे बाद IDF ने हिजबुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर्स को नष्ट कर दिया।
इजराइल ने 54 दिन बाद पेजर-वॉकीटॉकी हमले की जिम्मेदारी ली
लेबनान में 17 सितंबर को हिजबुल्लाह मेंबर्स के पेजर (कम्युनिकेशन डिवाइस) में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी इजराइल ने 54 दिन बाद ली है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने रविवार को माना कि उन्होंने ही इजराइल की सुरक्षा को लेकर हमले की मंजूरी दी थी।
पोर्ट सिटी हाइफा पर 90 रॉकेट से हमला: IDF ने रॉकेट लॉन्चर्स नष्ट किए
नेतन्याहू के प्रवक्ता ओमर दोस्तरी ने न्यूज एजेंसी से कहा- रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में PM नेतन्याहू ने पुष्टि की कि उन्होंने ही लेबनान में पेजर अटैक के ऑर्डर दिए थे। हालांकि ओमर ने विस्तार से इस अटैक की जानकारी नहीं दी।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, नेतन्याहू ने कहा- डिफेंस एजेंसी और सीनियर अधिकारी पेजर अटैक और हिजबुल्लाह के तत्कालीन चीफ नसरल्लाह को ढेर करने के ऑपरेशन के खिलाफ थे। विरोध के बावजूद मैंने हमले के डायरेक्ट ऑर्डर दिए।
पेजर हमले में 3 हजार से ज्यादा घायल हुए थे
17 सितंबर को पेजर धमाकों और 18 सितंबर को वॉकी-टॉकी हमले में हिजबुल्लाह से जुड़े करीब 40 लोग मारे गए थे। तीन हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।27 सितंबर को नेतन्याहू ने UN में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से लेबनान में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमले की इजाजत दी थी। इसके 20 घंटे बाद हिजबुल्लाह ने नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली नेताओं को कई महीनों से नसरल्लाह की लोकेशन की जानकारी थी। वे 1 हफ्ते पहले ही उस पर हमले की योजना बना चुके थे। दरअसल, इजराइली अधिकारियों को डर था कि नसरल्लाह कुछ दिनों में किसी दूसरी लोकेशन पर शिफ्ट हो जाएगा। ऐसे में उस पर हमले के लिए उनके पास बेहद कम समय था।