देहरादून | सर्दियों के लिए उत्तराखंड के चारधामों में कपाट बंद होने लगे हैं। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पूरी हो चुकी है। 17 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही यात्रा का समय पूरा हो जाएगा। अब तक 46.74 लाख यात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं।
चारधाम के दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या में इस साल 10 लाख से ज्यादा की गिरावट देखी गई। इसकी वजह बारिश के कारण लैंडस्लाइड जैसी आपदाओं के दिन बढ़ना है। इस बार चारधाम यात्रा मार्ग पर बारिश 20 दिन ज्यादा रही। इस कारण सामान्य से 12% अधिक बारिश दर्ज की गई।
केदारनाथ सड़क भी 1 महीने बंद रही, अब तक 46 लाख लोगों ने दर्शन किए
सामान्य तौर पर 1121 एमएम बारिश दर्ज होती है पर इस बार 1230 एमएम बारिश हुई। 2023 में यात्रियों की संख्या 56 लाख से अधिक थी। ये यात्रा के इतिहास में सबसे अधिकयात्रियों की संख्या होने का रिकॉर्ड है।
केदारनाथ की सड़क एक महीना बंद रही
मई से लेकर जुलाई मध्य तक करीब 31 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा कर चुके थे। इसके बाद मॉनसून की जोरदार बारिश के कारण प्राकृतिक आपदाओं का कहर टूट पड़ा। 31 जुलाई की रात केदारनाथ पैदलमार्ग में बादल फटने के बाद सोन प्रयागके पास करीब 150 मीटर हाईवे बंद हो गया। हाइवे दोबारा तैयार होने में एक महीने से अधिक समय लगा।
16 लाख श्रद्धालु केदारनाथ,12 लाख बद्रीनाथ पहुंचे
चार धामों में सबसे अधिक श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं। इस साल 16.52 लाख श्रद्धालुओं ने केदारनाथ के दर्शन किए। वहीं,12.98 लाख बद्रीनाथ, 8.15 लाख गंगोत्री और 7.14 लाख श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए। 1.83 लाख श्रद्धालु श्री हेमकुंटसाहिब भी दर्शन को पहुंचे।
आदि कैलाश की यात्रा भी बंद, 40 हजार श्रद्धालु पहुंचे
पिथौरागढ़ जिले में स्थित आदिकैलाश के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गए हैं। इस साल आदिकैलाश में करीब 40 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। जो यहां पहुंचने वाले यात्रियों की आज तक की सबसे बड़ी संख्या है। आदिकैलाश तक सड़क बनने से यहां पहुंचना काफी आसान हो गया।
पहली बार श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रही, केदारनाथ में रोज 15 हजार ही दर्शन कर पाए
- चारों धाम में पिछले साल रिकॉर्ड 56 लाख लोग पहुंचे थे, जिससे व्यवस्थाएं बिगड़ गई थीं। उत्तराखंड पुलिस और पर्यटन विभाग ने इस बार चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की प्रतिदिन की संख्या सीमित रखी।
- पिछले साल चारों धामों में रोजाना 60 हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे रहे थे। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के मुताबिक इस बार केदारनाथ में एक दिन में 15 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की लिमिट रखी गई।
- इस साल बद्रीनाथ धाम में 16 हजार लोगों को, यमुनोत्री में 9 हजार वहीं, गंगोत्री में 11 हजार लोगों को प्रतिदिन दर्शन की अनुमति थी। यानी चारों धाम में रोजाना 51 हजार लोग दर्शन कर सके।
- पहली बार चार धाम यात्रा मार्ग पर 400 से ज्यादा डॉक्टरों को तैनता किया गया। इनमें 256 इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर और विशेषज्ञ डॉक्टर थे।