चंडीगढ़। हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत आता है। इस साल यह व्रत 20 अक्टूबर, दिन रविवार को मनाया जा रहा है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती हैं। यह पूरी तरह से निर्जला व्रत होने के कारण काफी कठिन माना जाता है। व्रत शुरू होने के बाद दिनभर बिना खाए-पिए रहना होता है और शाम को चंद्रमा को अर्ध्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है।
लेकिन, क्या हो यदि आप करवा चौथ का व्रत कर रही हैं और पूजा से पहले ही व्रत किसी गलती से टूट जाए। ऐसी स्थिति में आपको दोष लग सकता है और आपको इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। लेकिन इसका भी समाधान कुछ धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है, जिससे आप दोष से बच सकती हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार से।
बीच में व्रत टूटने पर क्या करें?
यदि आप करवा चौथ का व्रत रखती हैं और व्रत किसी गलती से बीच में ही टूटा जाता है तो घबराएं नहीं, ना ही मन में कोई गलत विचार लाएं और ना ही व्रत का समापन करें या छोड़ें। यह सामान्य बात है और कुछ उपायों से आप अपने व्रत को फिर से शुरू कर सकती हैं।
यदि आपसे किसी तरह से करवा चौथ व्रत बीच में ही खंडित हो जाता है तो आप देवी-देवताओं से क्षमा मांगें और इस व्रत को फिर से करने का संकल्प लें। इसके लिए सबसे पहले अपने सीधे हाथ में जल भरें और क्षमा याचना मंत्र का 51 बार उच्चारण करें। मंत्र पूरा करने के बाद जल को चंद्रमा के निमित्त अर्पित कर दें, ऐसा करने से व्रत फिर से शुरू हो जाएगा।
क्षमा याचना मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥