ढाका | बांग्लादेश के ढाका के तांतीबाजार में शुक्रवार रात को एक शख्स ने दुर्गा पंडाल में पेट्रोल बम फेंका, हालांकि यह बम फटा नहीं। पंडाल की सिक्योरिटी में लगे लोगों ने जब बम फेंकने वाले शख्स को पकड़ने की कोशिश की तो कुछ अन्य लोग सामने आए और उन्होंने 5 लोगों पर चाकू से हमला किया।
बम फेंके जाने की घटना CCTV में कैद हुई है। विवाद बढ़ने पर कोटयाली पुलिस ने कहा मामला चोरी की घटना से जुड़ा है। यहां बम फेंके जाने जैसा कुछ नहीं हुआ है। कोटयाली पुलिस स्टेशन के OC इनेमुल हसन ने कहा कि रात करीब 8 बजे पंडाल में कुछ चोरों ने एक महिला की चेन झपट ली थी। जब वहां मौजूद लोगों ने चोरों को रोका तो उन्होंने 5 लोगों पर चाकू से हमला किया। पुलिस ने कहा कि हमलावरों ने एक बोतल भी फेंकी, लेकिन वह फटी नहीं।
इसी समय चाकूबाजी में 5 घायल, पुलिस बोली- चोर भाग रहे थे, पकड़े न जाए इससिए बॉटल फेंकी
इस बीच, मेट्रोपॉलिटन डिटेक्टिव पुलिस प्रमुख रेजाउल करीम मल्लिक ने माना कि बॉटल में केरोसिन था। उन्होंने कहा- धटना तांतीबाजार के मंडप नंबर 17 की है। मंडप में चोरी की घटना ही हुई है, जिसके बाद चाकूबाजी में 5 लोग घायल हुए, लेकिन इसी दौरान एक बोतल भी फेंकी गई। बॉम्ब स्क्वाड टीम ने बताया कि बॉटल में केरोसिन था।
अब तक 3 गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि मामले में अब तक 3 लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है। इनकी पहचान आकाश (23), हृदोय (23) और जिबन (19) के रूप में हुई है। वहीं, चाकू से घायल होने लोगों की पहचान झंटू (45), मोहम्मद सागर (38), मोहम्मद खोकोन (35) और ब्रिटो (26) के रूप में हुई है। घायल हुए पांचवें शख्स की अभी पहचान नहीं हो पाई है। इन सभी का ढाका के मिडफोर्ट अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने पहले कहा था- पेट्रोल बम था तो फटा क्यों नहीं
पुलिस ने पहले कहा था कि अगर बॉटल को पेट्रोल बम बनाकर फेंका गया होता फटा क्यों नहीं। पुलिस ने माना था कि बॉटल में लिक्विड था, लेकिन वह बॉटल सिर्फ लोगों को डराने के लिए फेंकी गई थी। चोर चाहते थे कि लोग डर जाए और उनके डर का फायदा उठाकर वे भाग जाए।
कल बांग्लादेश के जेशोरेश्वरी मंदिर में मां दुर्गा का मुकुट चोरी हुआ था, पीएम चढ़ाया था
बांग्लादेश के जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया है। यह सोने की परत चढ़ा चांदी का मुकुट है। इस घटना का CCTV फुटेज 11 अक्टूबर को सामने आया। पीएम मोदी 2021 में बांग्लादेश दौरे के दौरान जेशोरेश्वरी मंदिर दर्शन के लिए गए थे। इस दौरान उन्होंने यह मुकुट मंदिर में चढ़ाया था। मोदी की ये यात्रा कोविड-19 के बाद किसी देश की पहली यात्रा थी।