Friday, 20 June 2025
BREAKING
पंकज बजाज ने कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ उत्तर भारत में एक अलग स्टार्टअप-रीफिनसर्व शुरू किया हरियाणा सरकार ने हरियाणा फुटबॉल एसोसिएशन पर प्रशासक नियुक्त किया  योग भारत की देन, जिसे पूरे विश्व ने अपनाया:एन.के.शर्मा मोहाली के सीपी 67 मॉल में 'मिस्ट्रीज़ ऑफ इजिप्ट' थीम पारस हेल्थ पंचकूला ने लगाया मुफ्त हेल्थ कैंप,200 से अधिक लोगों ने उठाया लाभ ऑनलाइन धोखाधड़ी के ख़िलाफ़ एयरटेल की सख़्त कार्रवाई नई बिल्डिंग में ईसीएसबीसी कोड से 35% तक बिजली की बचत संभव – पी. समल गौरव पुरी ने प्लाजा जोन को 375/6 का स्कोर बनाने में मदद की  ’युद्ध नशों विरुद्ध’ के 110वें दिन पंजाब पुलिस द्वारा 132 नशा तस्कर गिरफ़्तार; 1. 08 किलो हेरोइन और 87 हज़ार रुपए की ड्रग मनी बरामद ’युद्ध नशों विरुद्ध’ के 110वें दिन पंजाब पुलिस द्वारा 132 नशा तस्कर गिरफ़्तार; 1. 08 किलो हेरोइन और 87 हज़ार रुपए की ड्रग मनी बरामद

धर्म कर्म

जानें किस दिन रखा जाएगा जितिया व्रत, शुभ मुहूर्त

Updated on Sunday, September 22, 2024 09:47 AM IST

चंडीगढ़ | जितिया यानी जीवित्पुत्रिका व्रत मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है।  यह व्रत विशेष रूप से माताएँ अपने पुत्रों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं। क्षेत्रीय परंपराओं के अनुसाप इस व्रत में महिलाएं 24 घंटे या कई बार उससे भी ज्यादा समय के लिए महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं। आइए जानें इस पर्व के बारे में।

जीवित्पुत्रिका व्रत किस दिन रखा जाएगा ?

पंचांग के आधार पर जितिया व्रत बुधवार, 25 सितंबर को रखा जाएगा।

जीवित्पुत्रिका व्रत का मुहूर्त क्या है ?

जितिया व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त 25 सितंबर की सुबह 10:41 बजे से लेकर दोपहर 12:12 मिनट तक है। मंगलवार, 24 सितंबर 2024 को जितिया व्रत का नहाय खाय रखा जाएगा। वहीं बुधवार, 25 सितंबर, 2024 को माताएं निर्जला व्रत रखेंगी। इसके बाद गुरुवार, 26 सितंबर 2024 को व्रत का पारण किया जाएगा।

जितिया व्रत विधि

  • जितिया व्रत के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
  • फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें।
  • फिर मिट्टी से चील और सियारिन की मूर्ति बनाएं और उनको भोग लगाएं
  • इसके बाद जीमूतवाहन की मूर्ति को धूपबत्ती और दीपक भी दिखाएं।
  • फिर जितिया व्रत की कथा पढ़ें और आरती करें।
  • व्रत के बाद पारण करें। इस दिन मरुआ रोटी और नोनी साग बनाकर खाएं।
  • पारण के बाद पूजा में इस्तेमाल किया गया तेल अपने बच्चों के सिर पर लगाएं।
Have something to say? Post your comment
जानें Kainchi Dham क्यों कहलाता है नीब करौली बाबा का आश्रम

: जानें Kainchi Dham क्यों कहलाता है नीब करौली बाबा का आश्रम

जानें  गणेश जी ने मूषक राज को ही अपने वाहन के रूप में क्यों चुना?

: जानें गणेश जी ने मूषक राज को ही अपने वाहन के रूप में क्यों चुना?

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा  करने से जीवन में होगी सभी सुखों की प्राप्ति

: प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से जीवन में होगी सभी सुखों की प्राप्ति

कब है पापमोचनी एकादशी-चैत्र नवरात्र, आइए जानते हैं इस माह के व्रत और त्योहार

: कब है पापमोचनी एकादशी-चैत्र नवरात्र, आइए जानते हैं इस माह के व्रत और त्योहार

काशी विश्वनाथ मंदिर में कब और कौन करते हैं सप्तर्षि आरती? आइए, इसके बारे में जानें सबकुछ

: काशी विश्वनाथ मंदिर में कब और कौन करते हैं सप्तर्षि आरती? आइए, इसके बारे में जानें सबकुछ

रमजान को संयम का महीना माना जाता है,यह महीना सिर्फ इबादत का ही नहीं इंसानियत के लिए बहुत खास  है

: रमजान को संयम का महीना माना जाता है,यह महीना सिर्फ इबादत का ही नहीं इंसानियत के लिए बहुत खास है

झारखंड के सोनमेर मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार

: झारखंड के सोनमेर मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार

हिंदू धर्म के पुराणों से आयुर्वेद तक: मेंहदी क्यों है इतनी खास

: हिंदू धर्म के पुराणों से आयुर्वेद तक: मेंहदी क्यों है इतनी खास

रमजान का महीना होने वाला है  शुरू , जानें जकात का महत्व

: रमजान का महीना होने वाला है शुरू , जानें जकात का महत्व

56वें वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह में  श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम

: 56वें वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम

X