Sunday, 15 September 2024
BREAKING
जाने कब हुई थी शारदीय नवरात्रि की शुरुआत, ये 2 कथाएं हैं सबसे प्रचलित जानें ओणम त्योहार क्यों है खास जानें रवि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि वास्तुशास्त्र के अनुसार घर-दफ्तर में मौजूद ये चीजें बनती हैं दुर्भाग्य का कारण, तुरन्त करें बाहर जाने वास्तु के अनुसार घर की किस दिशा में लगाना चाहिए मनी प्लांट, दूर होगी आर्थिक तंगी 22 सितंबर को बनने जा रहा है गजकेसरी योग, जाने किन 4 राशियों को होगा लाभ जाने भीगे हुए चना खाने से कौन सी समस्या होती है ठीक जाने नवजात शिशु में डेंगू की पहचान कैसे करें: लक्षण और सावधानियां जो माता-पिता को पता होनी चाहिए आईए जानते है होममेड काजल बनाने की आसान विधि दलितों का जीना हरियाणा में कांग्रेस राज में हुआ मुश्किल, गोहाना से मिर्चपुर घटनाओं से कांप उठती है रूह : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

धर्म कर्म

जानें लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मानने की विधि और नियम

Updated on Sunday, August 25, 2024 09:00 AM IST

चंडीगढ़ | जनमाष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो हर साल भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को बड़े धूमधाम से आयोजित होता है, इस खास दिन को विशेष रूप से लड्डू-गोपाल की पूजा और उनकी जन्म कथा का वाचन करके मनाते हैं, लड्डू-गोपाल के जन्म की इस पावन घड़ी को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाना चाहिए, व्रति भक्त भगवान कृष्ण की पूरी कथा का श्रवण करते हुए, उनके मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना करते हैं, इस अवसर पर भव्य सजावट और दिव्य प्रसाद का आयोजन भी किया जाता है, जो इस उत्सव को और भी खास बनाता है, यहां जानते है कैसे और किस विधि के साथ लड्डू-गोपाल का जन्मोत्सव कैसे मनाना चाहिए:-

त्यौहार की तैयारी करें

  • घर की सजावट करें: जन्माष्टमी पर घर को खूबसूरती से सजाना बेहद जरूरी है, रंगीन फूलों, झालरों, और दीपों से घर को सजाएं, विशेष रूप से, बाल गोपाल की पूजा के स्थान को अच्छे से सजाएं।
  • पवित्र स्नान और वस्त्र पहनें: इस दिन पवित्रता का ध्यान रखते हुए स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें, पूजा करने के लिए सफेद या पीले वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।

लड्डू-गोपाल की मूर्ति सजाएं

  • मूर्ति की स्थापना: एक सुंदर लड्डू-गोपाल की मूर्ति को पूजास्थल पर स्थापित करें, इस मूर्ति को खास वस्त्र पहनाएं और इसे फूलों से सजाएं।
  • छोटे लड्डू तैयार करें: भगवान कृष्ण को लड्डू अर्पित करना एक पुरानी परंपरा है,छोटे-छोटे लड्डू तैयार करें और उन्हें सजाकर मूर्ति के पास रखें।

पूजा विधि में शामिल करें

  • सिद्ध पूजा सामग्री: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में ताजा फूल, दीपक, अगरबत्ती, चंदन, और पान के पत्ते शामिल करें।
  • आरती और भजन: पूजा के दौरान कृष्ण भजन गाएं और दीपक की आरती करें, ‘श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी’ जैसे भजन इस दिन की पूजा का एक खास हिस्सा माना जाता हैं।
  • धूप-दीप अर्पण करें: मूर्ति के पास दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें, यह वातावरण को पवित्र बनाता है और पूजा का महत्व बढ़ाता है।

विशेष प्रसाद का भोग लगाएं

  • मिठाई का भोग: विशेष रूप से इस दिन हलवा, खीर, और लड्डू का भोग तैयार करें, इन प्रसादों को भगवान को अर्पित करने के बाद भक्तों में बांट दें ।
  • फल और फूल का भोग: भगवान कृष्ण को फलों और फूलों का भी भोग अर्पित करें, यह उनकी पूजा का एक जरूरी हिस्सा है।

रात्रि को विशेष आयोजन करें

  • जन्मोत्सव का मनाना: रात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म के समय के करीब खास पूजा आयोजित करें, इस दौरान कृष्ण के जीवन की घटनाओं की कथा सुनाएं और भक्तों के साथ मिलकर खुशी मनाएं।
  • रासलीला और नृत्य का आयोजन: इस दिन विशेष रासलीला और नृत्य का आयोजन करें, बच्चों के लिए कृष्ण के जीवन से जुड़े नृत्य और नाटक का आयोजन भी कर सकते हैं।

दान और सेवा करें

  • दान का महत्व: इस पवित्र अवसर पर गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें, यह धार्मिक कार्य के साथ-साथ समाज में पॉजिटिव चेंज लाने में मदद करता है।
  • सेवा का कार्य करें : मंदिरों में सेवा कार्य में भाग लें और समुदाय के साथ मिलकर इस त्यौहार को और खास मनाएं।
  • जन्माष्टमी की पूजा विधि को सही तरीके से अपनाकर और इस दिन के महत्व को समझकर, आप इस त्यौहार को और भी खास बना सकते हैं, यह दिन भगवान कृष्ण के जीवन और उनके अद्वितीय गुणों को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाने का अवसर है।
Have something to say? Post your comment
जाने कब हुई थी शारदीय नवरात्रि की शुरुआत, ये 2 कथाएं हैं सबसे प्रचलित

: जाने कब हुई थी शारदीय नवरात्रि की शुरुआत, ये 2 कथाएं हैं सबसे प्रचलित

जानें ओणम त्योहार क्यों है खास

: जानें ओणम त्योहार क्यों है खास

जानें रवि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

: जानें रवि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

किन्नर मंदिर में विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की मूर्ति की स्थापना

: किन्नर मंदिर में विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की मूर्ति की स्थापना

बजरंगबली को छोड़कर रामायण काल के अन्य 5 सबसे शक्तिशाली वानर

: बजरंगबली को छोड़कर रामायण काल के अन्य 5 सबसे शक्तिशाली वानर

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार गणेश चतुर्थी को चंद्रमा को देखना माना जाता है अशुभ

: धार्मिक ग्रंथों के अनुसार गणेश चतुर्थी को चंद्रमा को देखना माना जाता है अशुभ

जानिये महाभारत की ऐसी कई महिलाएं जिनके कष्ट और दुख का जिक्र महाभारत में कही नहीं किया गया

: जानिये महाभारत की ऐसी कई महिलाएं जिनके कष्ट और दुख का जिक्र महाभारत में कही नहीं किया गया

अजा एकदाशी पर भगवान विष्णु को अर्पित करें ये चीजें, मिलेगा मनचाहा फल

: अजा एकदाशी पर भगवान विष्णु को अर्पित करें ये चीजें, मिलेगा मनचाहा फल

जाने कब मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी का पर्व, किस शुभ मुहूर्त में कर सकेंगे पूजा

: जाने कब मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी का पर्व, किस शुभ मुहूर्त में कर सकेंगे पूजा

शक्ति कलश, अग्नि कलश यात्रा और जीभ में त्रिशूल घोंप दिखाई धार्मिक आस्था

: शक्ति कलश, अग्नि कलश यात्रा और जीभ में त्रिशूल घोंप दिखाई धार्मिक आस्था

X