चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में विशेष सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रश्नकाल व शून्यकाल नहीं होने को लेकर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया। कांग्रेसियों की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही लगातार चलती रही। इस बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दो दिन के लिए बढ़ाने का ऐलान कर दिया। पहले सत्र की कार्यवाही केवल दस व 11 जुलाई को थी लेकिन अब 14 व 15 को भी सत्र की कार्यवाही चलेगी।
कांग्रेस ने हंगामे के बाद किया वाकआउट
विशेष की अवधि दो दिन के लिए बढ़ाई
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने कहा कि विशेष सत्र को जल्दबाजी में बुलाया गया है। विधानसभा नियमावली के तहत सदन की कार्यवाही से 15 दिन पहले तक विधायक अपने हलके के प्रश्न भेज सकते हैं। इस बार विधायकों के पास समय कम होने के कारण वह सवाल नहीं भेज पाए। जिसके चलते विशेष सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा।
स्पीकर के इस वकत्तव्य के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा खड़े हो गए और उन्होंने सदन में दस्तावेज लहराते हुए कहा कि किस आपात स्थिति के चलते विशेष सत्र बुलाया गया है। कांग्रेस ने कहा कि अगर प्रश्नकाल नहीं करना है तो कम से कम शून्यकाल जरूर बुलाया जाए। स्पीकर द्वारा मांग खारिज किए जाने पर कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और स्पीकर बैल में आ गए। जिसे देखते हुए सदन में मार्शल तैनात कर दिए गए।
इस बीच स्पीकर ने ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा शुरू करवा दी और कांग्रेस विधायकों का विरोध लगातार जारी रहा। कुछ देर हंगामे के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया। जिसके बाद स्पीकर ने संधवा ने सदन की कार्य अवधि बढ़ाने का ऐलान किया। इस बीच सदन में बस अड्डे के निर्माण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई।