चंडीगढ़, 2 जुलाई : हिसार जिले के नलवा हलके के गांव मिंगनी खेड़ा के युवा पर्वतारोही नरेंद कुमार ने दुनिया की सबसे दुर्गम चोटी, माउंट एल्ब्रस, जो कि यूरोप की सबसे ऊंची चोटी भी है, पर चढ़ाई करने का साहसिक निर्णय लिया है। इस महत्वपूर्ण यात्रा के लिए उनका प्रस्थान हाल ही में हुआ, जिसमें हरियाणा के खेलमंत्री गौरव गौतम ने नरेंद कुमार को फ्लैग ऑफ कर शुभकामनाएं दी। खेलमंत्री गौरव गौतम ने इस अवसर पर कहा कि यह यात्रा न केवल नरेंद कुमार के लिए, बल्कि हरियाणा और देश के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने पर्वतारोही के साहस और समर्पण की सराहना की और उनकी सुरक्षित यात्रा की कामना की। खेलमंत्री गौरव गौतम ने कहा, "आप अपने साहस और प्रतिबद्धता के माध्यम से हरियाणा और देश का नाम रोशन करने जा रहे हैं। हम सभी आपके साथ हैं और आपकी सफलता की कामना करते हैं।" नरेंद कुमार ने अपनी तैयारियों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने इस चढ़ाई के लिए बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण लिया है और उन्हें अपने शहर और राज्य का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि यह चढ़ाई केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि अपने देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा देने का भी अवसर है।
हरियाणा के युवा पर्वतारोही नरेंद कुमार की यह यात्रा निश्चित रूप से प्रदेश के युवाओं में साहस और प्रेरणा का संचार करेगी। सभी की शुभकामनाएं उनके साथ है। इससे पहले हाल ही में इन्होंने विश्व की सबसे खतरनाक चोटियों में से एक माउंट अन्नपूर्णा जिसकी ऊंचाई 8,091 मीटर है, पर तिरंगा झंडा फहरा कर हरियाणा का पहला पर्वतारोही बनने का गौरव हासिल करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की थी। पर्वतारोही नरेंद्र कुमार ने पर्वतारोहण में कई राष्ट्रीय और विश्व स्तरीय उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें माउंट किलिमंजारो पर 5 दिनों में 2 बार चढ़ाई करके विश्व रिकॉर्ड बनाना शामिल है। पर्वतारोही नरेंद्र कुमार हरियाणा के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने माउंट ल्होत्से (8516 मीटर) पर चढ़ाई की है और 15 अगस्त 2021 को आजादी के 75वें अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में माउंट युनम पर 151 फीट लंबा और 9 फीट चौड़ा भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पर्वतारोही नरेंद्र कुमार अपने कीमती समय में से समय निकाल कर बच्चों को माउंटेनियरिंग और एडवेंचर के प्रति प्रेरित करते हैं और बच्चों को केरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। पर्वतारोही नरेंद्र कुमार का अगला लक्ष्य विश्व की 14 सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराना है।