वरिष्ठ नेताओं ने आप पार्टी के नेताओं पर यह कहते हुए अदालत की अवमानना का आरोप लगाया कि उन्होने स. मजीठिया के खिलाफ एक भी शिकायत न होने के बावजूद 540 करोड़ रूपये के ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया
(कहा कि स. मजीठिया के खिलाफ नए मामले में सूचीबद्ध सभी आरोप सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किए गए थे , जिनपर सुप्रीम कोर्ट ने उन पर संज्ञान नही लिया )
चंडीगढ़/26जून: शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने पार्टी के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ बिना किसी प्रारंभिक यां नियमित जांच के आय से अधिक संपतित का मामला दर्ज करके कानून का उल्लंघन किया है। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार उन्हे चुप कराने के साथ-साथ युद्ध नशे विरूद्ध अभियान की विफलता से ध्यान हटाने के लिए राजनीतिक बदलाखोरी में लिप्त है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेताओं स. बलविंदर सिंह भूंदड़, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल और डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने आप सरकार पर पंजाबियों को गुमराह करने और यहां तक कि अदालत की अवमानना करने का आरोप लगाया कि स. मजीठिया को 540 करोड़ रूपये के ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया है। स. महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा,‘‘ यह सिर्फ बेतुका ही नही कोरा झूठ बोला गया है, जिसके लिए आप नेताओं को जवाबदेह ठहराया जाएगा। ’’ उन्होने कहा,‘‘ सरकार को बताना चाहिए कि उसने एफआईआर यां अन्य में मनगढ़ंत 540 करोड़ रूपये के आंकड़े के संबंध में एक भी शिकायत जारी क्यों नही की?’’ उन्होने कहा कि इसके विपरीत जब दिल्ली शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया तो शराब ठेकेदारों की ओर से स्पष्ट शिकायतें आई थी कि उन्होने दोनों को रिश्वत के पैसे दिए थे। उन्होने यह भी बताया कि कैसे स. मजीठिया को पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा उनके खिलाफ दर्ज एनडीपीएस मामले में जब अदालत ने पाया कि ड्रग मनी की कोई बरामदगी नही हुई और न ही कोई लेनदेन साबित हुआ और न ही कोई पैसा बदला गया तो हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि सरकारी वकील ने आज कहा है कि सरदार मजीठिया के खिलाफ केवल आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। उन्होने कहा,‘‘ यह भी मनगढ़ंत है। शिकायत में बताई गई संपत्तियां सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के जन्म से पहले भी मजीठिया परिवार के पास थी। उनका परिवार एक पुराना जमीदार परिवार है, उनके दादा के पास विमान और यहां तक कि रोल्स राॅयस कार भी थी। उन्होेने सरदार मजीठिया सराया इंड्रस्ट्रीज में फैसले लेने का गलत आरोप लगाया जबकि उन्होने उस कंपनी में डाॅयरेक्टर के पद से 2007 में इस्तीफा दे दिया था।’’
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सरदार मजीठिया के खिलाफ दर्ज नए केस में जो आरोप लगाए गए हैं, वह सभी सरकार ने एनडीपीएस केस में जमानत रदद करवाने के लिए पटीशन डालते समय सुप्रीम कोर्ट में बताए गए थे। उन्होने कहा,‘‘ सुप्रीम कोर्ट ने आरोपों का संज्ञान नही लिया इसीलिए उन्हे दोबारा पेश करके एक नया मामला बना दिया गया है।’’ उन्होने यह भी बताया कि कैसे आप सरकार ने मोहाली कोर्ट में जहां सरदार मजीठिया को पेश किया गया वहां कफ्र्यू जैसी स्थिति बना दी थी, जिसके कारण वहां आने वाले लोगों को परेशान किया गया।
वरिष्ठ नेता स. बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि इस बदलाखोरी की कार्रवाई ने लोगों को इमरजेंसी की याद दिला दी और इसे लोकतंत्र का कत्ल करार दिया। उन्होने कहा कि आप सरकार तीन साल से भी अधिक समय से स. मजीठिया को झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए उसने बार-बार सिट का गठन किया और यहां तक कि गलत काम करवाने के लिए अधिकारियों को निलंबित तक किया गया। उन्होने सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करने और बदलाखोरी की कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाने के लिए विपक्ष को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता स. सिकंदर सिंह मलूका और स. लखबीर सिंह लोधीनंगल भी मौजूद थे।