चंडीगढ़ । व्यक्ति के शरीर की बनावट तथा हाथ की लकीर जीवन में होने वाले घटना -दुर्घटना के बारे में ज्ञात करवाता है। किसी व्यक्ति के पास जन्मकुंडली नहीं हो या उनका जन्म के विवरण में मालूम नहीं है, इस अवस्था में सामुंद्रिक शास्त्र के द्वारा व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार हथेली में बने हुए मंगल की रेखा आपके जीवन में भूमि- भवन से संबन्धित स्वास्थ्य तथा दाम्पत्य जीवन में होने वाले समस्या के बारे जानकारी प्राप्त होती है। हथेली पर बने मंगल की रेखा यह रेखा जीवन रेखा के अंतिम भाग में समनांतर चलने वाली रेखा मंगल रेखा है, जो व्यक्ति को अस्त, व्यस्त तथा, दुर्बल तथा संपति को लेकर होने वाले लाभ तथा हानि का अवगत करवाता है। मंगल की रेखा व्यक्ति के जीवन रेखा को काफी शक्ति प्रदान करती है। अगर आपके हथेली पर बने हुए जीवन रेखा कमजोर है। वहा पर मंगल की रेखा उपस्थित हो व्यक्ति के जीवन -शक्ति असाधारण रूप से बढ़ जाती है। ऐसे लोग जीवन में खर्च से परेशान रहते है और हिंसक होते है।
हथेली पर बने मंगल की रेखा का प्रभाव
हथेली में बने मंगल की रेखा से निकलकर कोई शाखा गुरु पर्वत की और जा रही हो तो ऐसे व्यक्ति बहुविधि लालशाए प्रेरित करती है, लेकिन वह कल्पनाजिवी न होकर ठोस धरातल का प्राणी होता है और इस नाते अपनी लालसा पूर्ति के लिए हर संभव प्रयास करते रहते है। यदि हथेली में बने भाग्य रेखा से मिलकर मंगल रेखा की शाखाएं भाग्य रेखा को काटते हुए आगे बढे़ तो व्यक्ति का मानसिक शक्ति मजबूत होता है। लेकिन जीवन में कई बार धन सम्बंधित समस्या बनती है।
यदि हथेली पर मंगल की रेखा स्वस्छ हो पतली हो अभंग हो इकहरी हो, हथेली में सीधी हो ऐसे वयोक्ति युद्ध से सम्बंधित कार्य करते है। सेना तथा सेना के अधिकारी के कार्य में होते है। व्यक्ति को सुरक्षा विभाग में उच्य पद पर कार्य करने को मिलता है। यदि हथेली में मंगल रेखा से निकली शाखा सूर्य रेखा तक पहुंच रही हो या सूर्य के रेखा को पर करके निकल जा रही है। तब व्यक्ति को जीवन में कई तरह से कष्ट मिलता है। उनके जीवन में अनेक प्रकार की विसंगतियां तथा समस्या और उलझन उत्पन कर देता है, जिसे व्यक्ति परेशान रहता है।
हथेली पर बने मंगल की रेखा से निकलकर उपर उठने वाली रेखाएं व्यक्ति की उन्नति तथा उनकी सभी मनोकामना पूर्ति करता है। यदि यह रेखा भाग्य की रेखा से मिल जाए तब व्यक्ति के बुद्धि तीव्र होती है। धन का लाभ होता है। भूमि भवन से लाभ देता है। आर्थिक स्थिति मजबूत बनाता है।
मंगल की रेखा किसी भी दुसरे रेखा से कट कर बाहर निकले और सूर्य के रेखा को पार करे ऐसे व्यक्ति के जीवन ने कई तरह से बाधा आती है। मानसिक रोग से ग्रस्त रहते है। यदि मंगल की रेखा से मिलकर मंगल रेखा की शाखाएं मस्तिक रेखा को करते हुए आगे बढे़ तो व्यक्ति का मानसिक स्थिती ठीक रहेगा। सोचने की प्रक्रिया तेज होती है, जिसे सभी कार्य सोच विचार कर करते है। शक्ति का वेग सहन करने में सक्षम होते है।