चंडीगढ़। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री चंडीगढ़ चैप्टर ने केंद्र सरकार द्वारा यूटी चंडीगढ़ में प्रशासक के सलाहकार पद को मुख्य सचिव के रूप में बदले पर स्वागत किया है। पीएचडीसीसीआई चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष मधु सूदन विज ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि यह बदलाव प्रशासन की पारदर्शिता में सुधार, निर्णय लेने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाने के प्रति समर्पण को दर्शाता है। मुख्य सचिव का पद भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में व्यापक रूप से पहचाना जाता है और शासन में सबसे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
चंडीगढ़ चैप्टर के सह-अध्यक्ष सुव्रत खन्ना ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह नाम बदलना केवल नामकरण में बदलाव नहीं है, बल्कि चंडीगढ़ के प्रशासनिक ढांचे को देश भर में सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ जोडऩे की दिशा में एक कदम है। यह केंद्र शासित प्रदेश के शासन मानकों को बढ़ाएगा और प्रशासन में जनता के विश्वास को मजबूत करेगा। हम चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा उठाए गए इस सक्रिय कदम की सराहना करते हैं, जिससे चंडीगढ़ के निवासियों को दीर्घकालिक लाभ होगा।
शासन के सबसे वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका को दर्शाएगा नया नाम
पीएचडीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष डॉ.अशोक खन्ना ने इस प्रगतिशील कदम की सराहना की और शासन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की सराहना की। पीएचडीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और भारत सरकार के व्यापार मंडल के सदस्य होने के नाते, उन्होंने कई अलग-अलग प्लेटफार्मों पर सुझाव दिया और उल्लेख किया कि चंडीगढ़ यूटी में सलाहकार पद का नाम बदलकर मुख्य सचिव करना समान अवसर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कई सरकारी प्लेटफार्मों पर यही सुझाव दिया ताकि इस पहल को लागू किया जा सके।