Thursday, 14 November 2024
BREAKING
टीरा ने जियो वर्ल्ड प्लाजा में लॉन्च किया लक्जरी ब्यूटी स्टोर रॉयल केनल क्लब पंचकूला द्वारा पशु पालन एवं डेयरी विभाग के सहयोग से मेगा डॉग शो का आयोजन 17 नवंबर को दिल्ली के 31 इलाकों में प्रदूषण पहुंचा गंभीर श्रेणी में जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 वापस नहीं आएगा: गृह मंत्री अमित शाह ट्रम्प और बाइडेन के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात तालिबान शासन ने भारत में PHD छात्र को बनाया राजनयिक साहिब श्री गुरु नानक देव के 555वें प्रकाश पर्व पर निकाला गया विशाल नगर कीर्तन अयोध्या के साथ-साथ अब वैष्णो देवी व शिरड़ी भी जाएंगे बुजुर्ग हरियाणा के मेडिकल कालेजों में बढ़ाई जाएंगी सीटें हरियाणा में लागू हुआ एससी आरक्षण के कोटे में कोटा, वंचितों को भी मिलेगा लाभ

धर्म कर्म

जानें रमा एकादशी पर पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त

Updated on Sunday, October 27, 2024 09:08 AM IST

चंडीगढ़ ।  इस वर्ष कार्तिक मास में रमा एकादशी का व्रत आयोजित किया जाएगा।  सनातन धर्म में रमा एकादशी का विशेष महत्व है।  इस दिन व्रति रखकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।  मान्यता है कि रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।  आइए जानते हैं कि इस वर्ष रमा एकादशी कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और व्रत पारण का समय।

रमा एकादशी 2024 में कब है?

वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 23 मिनट पर प्रारंभ होगी और इसका समापन 28 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर होगा।  उदयातिथि के अनुसार, रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर 2024 को आयोजित किया जाएगा।

रमा एकादशी का महत्व

रमा एकादशी का महत्व धार्मिक परंपराओं में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।  इस व्रत के संबंध में यह मान्यता है कि जो व्यक्ति इस व्रत का पालन करता है, उसके सभी पाप समाप्त हो जाते हैं।  जो भक्त पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ रमा एकादशी का व्रत करते हैं, उन्हें मृत्यु के पश्चात बैकुंठ धाम में स्थान प्राप्त होता है।  इस दिन भक्तजन भगवान विष्णु की विशेष पूजा करते हैं, जिससे उन्हें आध्यात्मिक लाभ और मानसिक शांति मिलती है।

रमा एकादशी की पूजा-विधि

रमा एकादशी की पूजा-विधि शास्त्रों में विशेष रूप से वर्णित है।  इस दिन भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।  रमा एकादशी का व्रत करने के लिए प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।  इसके बाद घर के एक पवित्र स्थान पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

यदि आपके निवास पर मंदिर है, तो वहां पूजा करना संभव है।  पूजा के लिए दीपक, अगरबत्ती, फूल, फल, तुलसी के पत्ते, चंदन, रोली और मिठाई जैसी सामग्री एकत्रित करें।  इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और व्रत का संकल्प लें, अपनी इच्छाओं को व्यक्त करें।  पूरे दिन केवल फल और पानी का सेवन करें।

Have something to say? Post your comment
जब माँ बनी बेटी...

: जब माँ बनी बेटी...

इस पावन दिन मनाया जाएगा तुलसी विवाह का पर्व, जानें शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि

: इस पावन दिन मनाया जाएगा तुलसी विवाह का पर्व, जानें शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि

 नवंबर में कब मनाई जाएगी गणाधिप संकष्टी चतुर्थी? ये है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

: नवंबर में कब मनाई जाएगी गणाधिप संकष्टी चतुर्थी? ये है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

गुरु नानक देव जी के  ये अनमोल वचन, जो बदल देंगे आपका जीवन

: गुरु नानक देव जी के ये अनमोल वचन, जो बदल देंगे आपका जीवन

 शनिधाम गौशाला में  धूमधाम से मनाया गया गोपाष्टमी का महापर्व

: शनिधाम गौशाला में धूमधाम से मनाया गया गोपाष्टमी का महापर्व

जानिए  छठ पूजा मनाने  का धार्मिक महत्व

: जानिए छठ पूजा मनाने का धार्मिक महत्व

जानिए क्यों मनाते हैं भाई दूज का पर्व, ये है तिलक करने का शुभ मुहूर्त

: जानिए क्यों मनाते हैं भाई दूज का पर्व, ये है तिलक करने का शुभ मुहूर्त

इन गुणों की वजह मां लक्ष्मी श्रीहरि को मान बैठी थीं पति, बेहद रोचक है वजह

: इन गुणों की वजह मां लक्ष्मी श्रीहरि को मान बैठी थीं पति, बेहद रोचक है वजह

छठ पूजा होने वाली है शुरू, जानें बिहार के महापर्व की डेट

: छठ पूजा होने वाली है शुरू, जानें बिहार के महापर्व की डेट

अकाल मृत्यु व गंभीर रोगों से बचने के लिए करें धन्वंतरि भगवान की पूजा

: अकाल मृत्यु व गंभीर रोगों से बचने के लिए करें धन्वंतरि भगवान की पूजा

X