चण्डीगढ़। चण्डीगढ़ तभी सही मायने में सिटी ब्यूटीफुल बनेगा जब यहां के लोग ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएंगे ओर अपनी दिनचर्या में साइकिल को शामिल करेंगे। उक्त विचार साइंस एवं टेक्नॉलजी विभाग के सचिव टी.सी.नौटियाल ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित किये जा रहे दसवें इन्स-आउट एग्जिबिशन के पहले सत्र में आयोजित रीजनल एनर्जी ट्रांजिशन एन्ड सस्टेनेबिलिटी (आर ई टी एस) कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे।
पीएचडीसीसीआई ने इंस आउट में आयोजित किया आरईटीएस कॉन्क्लेव
उन्होंने कहा कि क्लीन एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिए जाने पर जोर देते हुए कहा कि कोयले के भंडार सीमित हैं ओर इससे पैदा होने वाली बिजली पर्यावरण के लिए खतरा है। उन्होंने शहर वासियों को साइकिल व इको फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि शहर वासी अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और पर्यावरण को नष्ट होने से बचाएं।
कार्यक्रम के दौरान आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए पीएचडीसीसीआई पंजाब चैप्टर के चेयर आर एस सचदेवा ने कहा कि भवन निर्माण के क्षेत्र में हो रहे बदलाव के बारे में लोगो को आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से यह आयोजन किया जा रहा है।
चण्डीगढ़ प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग के चीफ इंजीनियर सी.बी.ओझा ने कहा कि वर्ष 2047 तक चण्डीगढ़ को पूरी तरह से सोलर आधारित शहर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पीएचडीसीसीआई कि पावर एन्ड रेनयुवेबल एनर्जी कमेटी के संयोजक पर्व अरोड़ा ने सोलर के बढ़ते महत्व के बारे में बताया। पीएचडीसीसीआई चण्डीगढ़ चेप्टर के को चेयर सुव्रत खन्ना ने आये हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चार दिन चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान शहर में भवन निर्माण से जुड़े लोग, विभिन्न कालेजों व यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर के विद्यार्थी यहां भाग लेंगे।