चंडीगढ़ | हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला अपनी पुरानी विधानसभा सीट उचाना से ही चुनाव लड़ेंगे, जबकि उनके छोटे भाई जजपा के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला सिरसा जिले की डबवाली विधानसभा सीट से ताल ठोंकेंगे। जजपा विधायक अमरजीत सिंह ढांडा को पार्टी ने उनके मौजूदा विधानसभा क्षेत्र जुलाना से चुनावी रण में उतारा है। पूर्व विधायक राजदीप फोगाट चरखी दादरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आजाद समाज पार्टी-कांशीराम (आसपा) के गठबंधन ने बुधवार शाम को 19 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की। पहली सूची में जजपा के 15 और आसपा के चार उम्मीदवार शामिल हैं। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला और आसपा प्रमुख चंद्रशेखर रावण की सहमति के बाद गठबंधन ने यह लिस्ट जारी की। जजपा ने बावल में पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल, जींद में पूर्व मंत्री परमानंद के बेटे इंजीनियर धर्मपाल प्रजापत, गोहाना में कुलदीप मलिक, मुलाना में डा. रविंद्र धीन और रादौर में राजकुमार बुबका को अपना उम्मीदवार बनाया है।
जजपा और आसपा गठबंधन ने जारी की 19 उम्मीदवारों की पहली सूची
गुहला-चीका में कृष्ण बाजीगर, नलवा में वीरेंद्र चौधरी, तोशाम में राजेश भारद्वाज, बेरी में सुनील दुजाना सरपंच, अटेली में आयुषी अभिमन्यु राव और होडल में सतवीर तंवर जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार होंगे। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) की ओर सढोरा में सोहेल, जगाधरी में डा. अशोक कश्यप, सोहना में विनेश गुर्जर और पलवल में हरिता बैंसला को उम्मीदवार बनाया गया है। उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के साथ ही जजपा नामांकन के पहले दिन पांच सितंबर से उम्मीदवारों का पर्चा दाखिल कराने की प्रक्रिया शुरू कर देगी। वीरवार को पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना कलां से अपना नामांकन भरेंगे।
उचाना में दुष्यंत चौटाला के सामने चुनौती बन सकते हैं अभय चौटाला
जननायक जनता पार्टी ने जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा को दोबारा टिकट देकर पार्टी के प्रति उनकी वफादारी का इनाम दिया है। दुष्यंत चौटाला की उचाना में चुनावी ताल पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह को चुनौती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, जब भाजपा में थे तो वह जजपा के साथ गठबंधन का लगातार विरोध कर रहे थे। बीरेंद्र सिंह यहां से अपने पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिलाने वाले हैं। ऐसे में उचाना की हाट सीट बनने वाली है। इस सीट पर इनेलो के प्रधान महासचिव एवं दुष्यंत चौटाला के चाचा अभय चौटाला भी ताल ठोंक सकते हैं। उनके ताल नहीं ठोंकने की स्थिति मेंचौटाला परिवार से कोई नेता उचाना में दुष्यंत के विरुद्ध चुनाव लड़ेगा। ऐलनाबाद विधानसभा सीट अभय चौटाला की परंपरागत सीट है, जहां से वह हर हाल में चुनाव लड़ेंगे।