चंडीगढ़, 27 जून -- हरियाणा के नागरिक उड्डयन, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने हरियाणा एयरपोर्ट डेवलप्मेंट कॉर्पोरेशन (एचएडीसी) की बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने एचएडीसी के अंतर्गत चल रहे सभी कार्यों की समीक्षा की और बोर्ड के सदस्यों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा कर विकासात्मक कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन विभाग और एचएडीसी का प्रमुख उद्देश्य हरियाणा में हवाई सेवाओं को बढ़ावा देना और हरियाणा को एविएशन हब के रूप में विकसित करना है। उन्होंने कहा कि हरियाणा लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और मौजूदा हरियाणा सरकार भी विकास के लिए आधारभूत इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कराने की ओर मज़बूती से अग्रसर है। ऐसे में हवाई क्षेत्र में भी हमें विकास की दिशा में नए क़दम उठाने की ज़रूरत है।
एचएडीसी को विकासात्मक कार्यों में तेज़ी लाने के दिए निर्देश
बैठक में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रोजेक्ट ‘उड़ान योजना’ का हरियाणा में प्रभावी क्रियान्वयन और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी के ‘नॉनस्टॉप विकास’ अभियान को उड़ान देनी है। इसके लिए हमें हवाई कनेक्टिविटी को सशक्त करना होगा और इसे अपनी सामूहिक जिम्मेदारी मानकर तत्परता से कार्य करना होगा।”
कैबिनेट मंत्री ने यह भी बताया कि एचएडीसी के माध्यम से हिसार एयरपोर्ट को एक इंटीग्रेटेड एविएशन हब के रूप में विकसित करने के साथ-साथ प्रदेश के विभिन्न शहरों जैसे गुरुग्राम से हेलीपैड सेवाओं के विस्तार की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में उन्होंने हाल ही में राजस्थान के नागरिक उड्डयन मंत्री से भेंट कर गुरुग्राम व चंडीगढ़ से खाटू श्याम एवं सालासर बालाजी तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की संभावनाओं पर आधिकारिक स्तर पर चर्चा को आगे बढ़ाया है। बैठक में नागरिक उड्डयन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार-विमर्श किया गया, जिससे हरियाणा में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
इस बोर्ड मीटिंग में नागरिक उड्डयन विभाग की आयुक एवं सचिव,श्रीमती अमनीत कुमार, एचएडीसी के प्रबंध निदेशक श्री नरहरि सिंह बांगड़ समेत सभी संबंधित अधिकारी एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।