चंडीगढ़। प्राइवेट स्कूल संचालकों ने चिराग योजना की शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए निदेशालय द्वारा भेजी गई सूची में कई ग़रीब बच्चों के नाम न आने पर शिक्षा विभाग के प्रति गहरी नाराजगी जताई है। प्राइवेट स्कूल संघ हरियाणा ने वंचित बच्चों के नाम सूची में डालने की सरकार व शिक्षा निदेशक से मांग की है।
चिराग योजना की सूची से बच्चों के नाम गायब होने से स्कूल संचालकों ने जताई नाराजगी
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू, संरक्षक तेलूराम रामायणवाला, प्रांतीय महासचिव पवन राणा व रणधीर पूनिया, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट संजय धतरवाल ने कहा कि सत्र 2023-24 के कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा के प्रमोट हुए बच्चे जो वर्तमान सत्र में अगली कक्षा में पढ़ रहे हैं तथा सत्र 2024-25 के कक्षा चौथी से आठवीं के जो बच्चे चिराग योजना के तहत स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उनकी फीस प्रतिपूर्ति के लिए शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को कागजात वेरिफिकेशन के लिए सूची भेजी गई थी जिसमें कुछ स्कूलों का तो एक भी बच्चा नहीं है और बहुत से स्कूलों के आधे से भी ज्यादा बच्चों के नाम सूची में नहीं है जो कि शिक्षा विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही है। इन वंचित बच्चों का रिकॉर्ड लेकर ब्लॉक व जिला शिक्षा अधिकारियों से मिले तो उन्होंने कहा कि इन बच्चों का नाम शिक्षा निदेशालय द्वारा भेजी गई सूची में नहीं है इसलिए हम इन बच्चों के डॉक्यूमेंट वेरिफाई नहीं कर सकते। प्राइवेट स्कूल संघ सरकार व शिक्षा निदेशक से मांग करता है कि इन वंचित बच्चों को भी चिराग योजना की सूची में शामिल कर डॉक्यूमेंट वेरिफाई किए जाए और इन बच्चों की राशि भी स्कूलों को दी जाए।