चंडीगढ़। प्रदेश के हजारों आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाखों नौनिहालों, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं को केंद्र-प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ देने व लाभार्थियों की निगरानी अब स्मार्ट फोन से होगी। वर्षों से यह काम रजिस्टरों के माध्यम से हो रहा है। सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सुपरवाइजर, महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को स्मार्ट फोन देने की प्रकिया का शुभारंभ करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को पेपर लैस की ओर बढ़ाने का आगाज करेंगे।
पेपरलैस होगा महिला और बाल विकास विभाग
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलेगा दस रजिस्टरों से छुटकारा
महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने रविवार को चंडीगढ़ में बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश की 67 प्रतिशत आबादी को रियल टाइम आधार पर लाभ देने में स्मार्ट फोन अहम कड़ी साबित होने जा रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग तकरीबन 28 करोड़ रुपए की राशि खर्च करते हुए 28 हजार 484 स्मार्ट फोन की खरीद की गई है, जिन्हें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सुपरवाइजर व महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को स्मार्ट फोन दिया जाएगा।
कमलेश ढांडा ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र पर काम कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अब तक विभिन्न योजना व उनके लाभार्थियों की अपडेट जानकारी 10 अलग-अलग रजिस्टर में चढ़ानी पड़ती थी। इसमें आंगनवाड़ी केंद्र के दायरे में बच्चों, महिलाओं का सर्वे करना, राशन का आंकड़ा, बच्चों व माताओं की हाजिरी, पूर्व स्कूल शिक्षा की हाजिरी, गर्भवती महिलाओं का रिकार्ड, टीकाकरण का रिकार्ड, होम विजिट का रिकार्ड, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को रैफर करने का रिकार्ड, मासिक रिपोर्ट, जिसमें टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच सम्बन्धी रिकार्ड का सारांश व वजन संबंधी रिकार्ड इन रजिस्टर में चढ़ाना पड़ता था। लेकिन अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को यही काम उन्हें दिए गए स्मार्ट फोन में करना होगा। इससे उन्हें लम्बे-चौड़े रिकार्ड को संभालने से भी निजात मिलेगी। इन स्मार्ट फोन को चलाने संबंधी कोई परेशानी न आए, इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
कमलेश ढांडा ने बताया कि इन सब कार्यों की खंड, जिला व मुख्यालय स्तर पर निगरानी की जा सकेगी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्मार्ट फोन के माध्यम से समुदाय आधारित कार्यक्रम, मदर मीटिंग, टीकाकरण दिवस, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता दिवस जैसे कार्यक्रमों का रिकार्ड रख सकेंगी व घर-घर जाने के दौरान फोन के माध्यम से विभिन्न योजनाओं से जुड़ी वीडियो पात्रों व लाभार्थियों को दिखा सकेंगी।
किस जिला में कितने स्मार्ट फोन का वितरण होगा
राज्यमन्त्री कमलेश ढांडा ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अम्बाला में 1274, भिवानी में 2014, फरीदाबाद में 1357, फतेहाबाद में 1150, गुरुग्राम में 1085, हिसार में 1829, झज्जर में 1188, जींद में 1515, कैथल में 1327, करनाल में 1555, कुरुक्षेत्र में 1129, मेवात में 1209, नारनौल में 1259, पलवल में 1164, पंचकूला में 1767, पानीपत में 1098, रेवाड़ी में 1155, रोहतक में 1056, सिरसा में 1447, सोनीपत में 1559 व यमुनानगर में 1347 स्मार्ट फोन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सुपरवाइजर व महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को प्रदान किए जाएंगे।