2021 की शुरूआत में गुरू मकर राशि में होंगे तथा 6 अप्रैल को कुम्भ में प्रवेश करेंगे पुनः 14 सितंबर को
वक्री होकर मकर में आएंगे। इसके बाद 21 नवम्बर को पुनः कुम्भ राशि में प्रवेश कर जाएंगे और शनि
मकर राशि में ही रहेंगे। राहु वृष राशि में तथा केतु वृश्चिक राशि रहेगा। मंगल सम्पूर्ण वर्ष मेष राशि से
वृश्चिक राशि तक गोचर करेगा। इसी प्रकार अन्य ग्रह भी सम्पूर्ण वर्ष सभी राशियों में भ्रमण करते रहेगें
और उसका प्रभाव आपके ऊपर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ेगा।