चंडीगढ़। हरियाणा में आवा-पंजावा व कुम्हारदाना की जमीन का मालिकाना हक के लिए प्रजापति कुम्हार धर्मशाला सभा के प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
डिप्टी स्पीकर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि आवा-पंजावा के मालिकाना हक को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष जोरदार पैरवी करेंगे। इससे पहले पंचायत भवन चंडीगढ़ में संयुक्त सचिव एमएल गर्ग के साथ आवा-पंजावा भूमि को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने अपना पक्ष रखा और इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रजापति कुम्हार धर्मशाला सभा के प्रधान दर्शन लाल लाडवा ने बताया कि 16 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरु दक्ष प्रजापति जयंती पर बिरादरी इस मांग को पूरा करने की घोषणा की थी।
दो वर्ष बीतने के बाद भी अभी यह घोषणा पूरी नहीं हुई है। जबकि 16 जून 2021 के गजट अधिसूचना संख्या 13/2011-हरियाणा दोहलीदार, बुटीमार, भोंडेदार तथा मुकररीदार अधिनियम 2020 के तहत गैर मुमकिन पंजावा/आवा/कुम्हारदाना की मलकियत ग्राम पंचायत, नगर पालिका, परिषद व नगर निगम में तबदील करके कुम्हार समाज वासीदेह के नाम की जाए।
सभा के पूर्व प्रधान बलबीर सिंह ने कहा कि जब तक प्रजापति बिरादरी को उसका हक नहीं मिलेगा, तब तक यह लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। इस अवसर पर पूर्व प्रधान भवानी दास, पूर्व कोषाध्यक्ष ऋषिपाल अमीन, पवन प्रजापति, अनिल, राधे श्याम प्रजापति, सुरेश चीका व बलजीत प्रमुख रूप से मौजूद रहे।