चंडीगढ़, 25 मई। हरियाणा में वैक्सीन वेस्टेज को नियंत्रित करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन वेस्टेज के आंकड़े को छह प्रतिशत से घटाकर दो से तीन प्रतिशत तक करने में सफलता हासिल की है। केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में वैक्सीन वेस्टेज की प्रतिशतता अपेक्षाकृत अधिक थी क्योंकि डेटा बेमेल था और अब जिलों ने इसे ठीक कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में हरियाणा में कोविशील्ड की छह प्रतिशत और कोवैक्सिन की 10.2 प्रतिशत वैक्सीन वेस्टेज थी। इसके मद्देनजर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तुरंत हरकत में आए और उन्होंने पाया की डेटा आपस में मेल नहीं खाता है। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों ने डेटा को ठीक किया और बाद में कोविशील्ड के लिए वेस्टेज 6 प्रतिशत से घटकर 3.1 प्रतिशत और कोवैक्सिन का 10.2 प्रतिशत से घटकर 2.4 प्रतिशत हो गया। इस प्रकार, औसत वैक्सीन वेस्टेज 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत के बीच है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह ने राज्य प्रतिरक्षण टीम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में वैक्सीन के कार्य में जुटे स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों के साथ दो उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किए। इसके बाद, अधिकतम वैक्सीन वेस्टेज वाले जिलों की पहचान की गई और उन्हें अलग से परामर्श दिया गया। अरोड़ा ने बताया कि हिसार, पलवल, नूह, कैथल, रोहतक और भिवानी जिलों में वैक्सीन वेस्टेज सबसे अधिक थी।
वैक्सीन प्रबंधन की वर्तमान स्थिति के संबंध में अरोड़ा ने बताया कि राज्य में इस समय वैक्सीन की 53 लाख 72 हजार 311 खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि वैक्सीन प्रबंधन के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों में गुरुग्राम में वैक्सीन की सबसे अधिक छह लाख 34 हजार 610 खुराकें दी गई हैं, इसके बाद फरीदाबाद में 5,00,600 वैक्सीन खुराक और अंबाला में तीन लाख 94 हजार 162 खुराक दी गई हैं।
अरोड़ा ने वैक्सीन के श्रेणीवार प्रबंधन के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि 2,07,892 स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है और 1,33,828 एचसीडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसी प्रकार एक लाख 64 हजार 609 फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है, जबकि 75 हजार 740 एफएलडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों में 32,70,712 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है और सात लाख 74 हजार 105 को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसी प्रकार, 18 वर्ष से 44 वर्ष के आयु वर्ग में 43,88,638 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक और 9,83,673 व्यक्तियों को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।