चंडीगढ़, 22 मार्च। हरियाणा में चल रही पंजीकृत गोशालाओं को अब दो रुपये प्रति यूनिट के दर से बिजली मिलेगी। हरियाणा बिजली विनियामक आयोग ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब उत्तर व दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगमों द्वारा नई दरों के आधार पर बिजली के बिल वसूले जाएंगे।
हरियाणा सरकार द्वार प्रदेश में चल रही गौशालाओं के संबंध में कई योजनाएं लागू की गई हैं। जिसके चलते गोवंश के रखरखाव, चारे, पानी, शेड निर्माण व मशीनरी के लिए करीब 100 करोड़ रुपये गौशालाओं को प्रदान किए जा चुके हैं। प्रदेश में पहले गौशालाओं की संख्या 325 थी, जो अब बढक़र करीब 650 हो गई है। इन गौशालाओं में गोवंश पौने तीन लाख से बढक़र साढ़े चार लाख हो चुका है।
एचईआरसी ने दी मंजूरी, बिजली निगमों ने लागू किए आदेश
प्रदेश में करीब एक हजार गौशालाओं को मिलेगा लाभ
गौशाला संचालकों द्वारा लंबे समय से बिजली सस्ती किए जाने की मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस संबंध में पिछले साल ऐलान किया था लेकिन कोरोना के चलते यह मामला लंबित हो गया। सरकार द्वारा इस संबंध में हरियाणा बिजली विनियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा था। आयोग के चेयरमैन आर के पचनंदा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के दोनों बिजली वितरण निगमों को सूचित कर दिया है। आयोग का यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू माना जाएगा।
इसी दौरान हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि गोशालाओं को आधुनिक बनाने के लिए उनमें सोलर प्लांट और बायोगैस प्लांट आदि स्थापित कराने का कार्य तेजी से चल रहा है। गोशालाओं के स्वाबलंबन को लेकर उनमें गौ उत्पाद तैयार करने पर विशेष तौर पर बल दिया जा रहा है। गर्ग ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इस फैसले से गौशाला संचालकों को राहत मिलेगी।