पानीपत,29 नवंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) : सिविल अस्पताल में डिलीवरी के करीबन एक घंटे बाद नवजात की मौत हो गई। नवजात की मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने सामान्य अस्पताल में जमकर हंगामा किया व चिकित्सकों को बच्चे की मौत का जिम्मेवार ठहराया। परिजनों ने घटना की शिकायत बस स्टैंड चौकी पुलिस को दी है।
एकता विहार कालोनी निवासी 26 वर्षीया सुषमा की शादी फरवरी माह में अर्जुन के साथ हुई थी। बुधवार करीबन 11 बजे परिजन डिलीवरी कराने के लिए सुषमा को लेकर सामान्य अस्पताल में पहुंचे। चिकित्सकों ने गर्भवती की जांच पड़ताल के बाद नार्मल डिलीवरी में खतरा बताया। परिजनों से सिजेरियन ऑपरेशन करने की बात कही।
परिजनों का कहना है कि जच्चा-बच्चा की जिंदगी को ध्यान में रखकर उन्होंने ऑपरेशन के माध्यम से डिलीवरी कराने की बात कही। लगभग एक बजे महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। कुछ देर बाद अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों ने परिजनों को बताया कि बच्चे के पेट में कुछ गंदगी जाने के कारण नवजात की हालत ठीक नहीं है। डिलीवरी के एक घंटे बाद चिकित्सकों ने बच्चे की मौत होने की खबर परिजनों को दी।
लापरवाही ने ली मेरे पोते की जान
सुषमा के ससुर प्रमोद कुमार का कहना है कि पहले तो चिकित्सकों ने जच्चा-बच्चा की जान खतरे में होने की बात कहकर सीजेरियन ऑपरेशन कर दिया। डिलीवरी के करीबन एक घंटे बाद उसके पोते की मौत हो जाने की बात कही। आरोप है कि डिलीवरी के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण ही उनके पोते की जान गई है।
वर्जन :
ऑपरेशन के दौरान पाया गया कि बच्चा मां के पेट में मल त्याग चुका था, जो कि बच्चे के फेफड़ों में जम गया था। ट्यूब के माध्यम से मल बाहर निकाल कर बच्चे को नार्मल हालत में परिजनों को दे दिया गया। परिजन करीबन एक घंटे बाद मृत अवस्था में लेकर आए थे।
डॉ. दिनेश दहिया, बाल रोग विशेषज्ञ
वर्जन :
फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। सूचना मिलते ही बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है। फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया गया है।
एएसआइ हरिराम, बस स्टैंड चौकी इंचार्ज