चंडीगढ़। हरियाणा लोक सेवा आयोग की भर्ती प्रक्रिया में विपक्ष द्वारा पर्ची-खर्ची के आरोप के संदर्भ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता पर हाथ रखकर सौगंध खाते हुए कहा कि अगर किसी भी स्तर के कोई भी अधिकारी की संलिप्ता पाई गई, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, तुरंत बर्खास्त किया जाएगा।
बोले किसी भी अधिकारी की संलिप्ता मिली तो होगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरिट पर सरकारी नौकरियों में भर्ती की प्रक्रिया को अपनाते हुए क्लास-1 व 2 की 11,500 तथा क्लास-3 व 4 की 1 लाख 6 हजार पदों पर भर्तियां की गई हैं। इसके अतिरिक्त क्लास-1 व 2 के 3200 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जा चुका है और ग्रुप सी व डी के लगभग 61 हजार पदों पर भर्तियां पाइपलाइन में हैं। इस प्रकार हमारी सरकार में कुल 1 लाख 67 हजार भर्तियां हो जाएंगी। जबकि कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में एचपीएससी की 8700 तथा एचएसएससी की 93 हजार ही भर्तियां हुई थी।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम को लेकर भी विपक्ष द्वारा लगातार भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि वर्तमान राज्य सरकार ने पारदर्शी तरीके से नौकरी देने के लिए ठेकेदारी प्रथा को खत्म करते हुए हरियाणा कौशल रोजगार निगम गठित किया है। इस सरकारी प्लेटफॉर्म के तहत 1,05,728 पुरानी मैनपावर को समायोजित किया गया है और 12,885 नये लोगों को नौकरी दी गई है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा प्रदेश में बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर की जा रही बयानबाजी पूरी तरह से तथ्यों से परे हैै। विपक्ष हमेशा एक निजी संस्था, सीएमआईए के आंकड़ों पर खेलता है, जबकि उसके आंकड़े हमेशा बदलते रहते हैं। एक माह पहले यह संस्था हरियाणा में बेरोजगारी का 22 प्रतिशत, अगले ही माह 34 प्रतिशत और फिर 28 प्रतिशत का आंकड़ा दर्शाती है। जबकि इसी संस्था ने नवंबर माह का आंकड़ा 8 प्रतिशत दर्शाया है। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने भी बेरोजगारी का आंकड़ा 9 प्रतिशत बताया है,यह भी सैंपल आधारित होता है।