चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा पंजाब में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के बाद राज्य की सियासत पूरे उफान पर है। पंजाब के सात जिले बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं। गृहमंत्रालय ने बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है। पंजाब का करीब 596 किलोमीटर एरिया पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। जिसमें पंजाब के छह बड़े जिले अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट का पूरा एरिया बीएसएफ के अधीन आ गया है, वहीं फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, कपूरथला और जालंधर का कुछ हिस्सा भी इस दायरे में आएगा।
इस मुद्दे पर जहां पूर्व कांग्रेस प्रधान तथा विपक्षी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की असफलता करार दे रहे हैं वहीं पंजाब के गृहमंत्री सुखङ्क्षजदर सिंह रंधावा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के एक साक्षात्कार का हवाला देते हुए कहा है कि इसके लिए ग्रांउड पूर्व अमरिंदर सरकार ने तैयार किया था। रंधावा ने 2016 में अमरिंदर के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा है कि उस वक्त कैप्टन ने बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था और अब इसका समर्थन कर रहे हैं।
रंधावा ने अमरिंदर के इंटरव्यू का खुलासा करते हुए कहा कि उस समय वह बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच नेक्सस होने का दावा करते हुए इसे तोडऩे की बात कह रहे थे। अमरिंदर ने यह बात राहुल गांधी की मौजूदगी में कही थी। आज अमरिंदर सिंह इस फैसले को सही करार दे रहे हैं क्योंकि उन्होंने खुद इसके लिए मुख्यमंत्री रहते हुए ग्रांउड तैयार किया है।
इस बीच पंजाब के डिप्टी सीएम एवं गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शुक्रवार को देररात भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगने वाले पंजाब पुलिस के अमृतसर (ग्रामीण), बटाला और गुरदासपुर जिलों के नाकों की औचक निरीक्षण किया। रंधावा ने पाकिस्तान से सटे अजनाला, डेरा बाबा नानक, कलानौर आदि क्षेत्रों के पंजाब पुलिस के नाकों की स्थिति का ज़मीनी स्तर पर जायज़ा लिया, पंजाब पुलिस को चौकस रहने के आदेश देते हुए कहा कि सुरक्षा, कानून-व्यवस्था के मामले में ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।