चंडीगढ़। जीवन शैली को बेहतर बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हमारा भोजन स्वस्थ हो। भोजन अगर सही होगा तो वह शरीर के लिए एक औषधि का काम करेगा। उक्त विचार पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महिला विंग शी-फोरम द्वारा आयोजित एक दिवसीय गोष्ठी के दौरान शी फोरम की सदस्य एवं प्रसिद्ध प्रोबायोटिक और व्हीटग्रास स्पेशलिस्ट सुश्री दीबा आरिफ ने व्यक्त किए। गोष्ठी का विषय था लेट फ़ूड बी योर मेडिसिन। इस मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ भोजन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना था।
भोजन सही होगा तो शरीर के लिए औषधि का काम करेगा |
दीबा आरिफ ने स्वस्थ भोजन की आदतों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समग्र जीवन शैली को बनाए रखने के लिए इन्हें अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भोजन का सेवन व्यक्ति की जरूरतों के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने प्री-बायोटिक्स और प्रो-बायोटिक्स जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्व और उनके उचित उपभोग के बारे में बात की। व्हीटग्रास के सेवन से होने वाले विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के बारे में भी चर्चा हुई, जिसमें तेज गति से हीमोग्लोबिन का निर्माण होता है।
आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए पीएचडीसीसीआई शी-फोरम की चेयर सुश्री पूजा नायर ने फोरम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जागरूकता सत्र आयोजित करने में फोरम के सक्रिय दृष्टिकोण और महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने और समुदाय में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए पीएचडीसीसीआई शी-फोरम की अध्यक्ष भारती सूद ने कहा कि एकजुट प्रयासों और इस आयोजन से पीएचडीसीसीआई शी-फोरम अपने सदस्यों के जीवन में बदलाव लाने और विभिन्न डोमेन से ज्ञान प्रदान करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि शी-फोरम एक ऐसा मंच बनाने की दिशा में काम करेगा जो महिलाओं को स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनाने में अग्रणी होगा।