-गांव तैमूरपुर स्थित मंदिर में स्थापित की गई है प्रतिमा
-मूर्ति स्थापना के बाद किया गया भंडारा
संजय कुमार मेहरा
रोहतक। जिले के गांव तैमूरपुर (जेठपुर) में फिरनी के पास स्थित मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ शिव अवतारी महायोगीगुरू गोरखनाथ जी की मूर्ति स्थापित की गई। मूर्ति स्थापना के दौरान मंत्रोच्चारण के साथ गुरू गोरखनाथ जी के जयकारे लगाए गए।
मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में आचार्य सतीश शास्त्री, पंडित विनोद शास्त्री, पंडित ललित शास्त्री ने मंत्रोच्चारण किया। शिव अवतारी महायोगी गुरू गोरखनाथ की मूर्ति स्थापित करने से पूर्व पूरे गांव में शोभा यात्रा निकाली गई। 11 कलश लेकर महिलाएं इस यात्रा में शामिल हुई। रंग-गुलाल उड़ाते हुए श्रद्धालुओं ने यह यात्रा निकाली। गांव की परिक्रमा के बाद शोभा यात्रा वापस मंदिर प्रांगण पहुंची। इस दौरान गांव की महिलाएं, पुरुष व बच्चों ने शिकरत करके गुरू गोरखनाथ का आशीर्वाद लिया। मंदिर के संचालक एवं पुजारी सतबीर भगत जी के नेतृत्व में गुरू गोरखनाथ जी की मूर्ति को स्थापित किया गया। इस दौरान भंडारा भी लगाया गया।

गांव के सरपंच विनोद कुमार ने कहा कि गांव तैमूूरपुर हमेशा ही धार्मिक एकता, आपसी भाईचारे की मजबूती और सौहार्द का प्रतीक रहा है। भले ही गांव रोहतक जिले में सबसे छोटा गांव हो, लेकिन यहां के बच्चों, युवाओं में समाजसेवी, आगे बढऩे की सोच बड़ी है।
ब्लॉक समिति के सदस्य प्रदीप ककराणा ने कहा कि गांव तैमूरपुर ने सदैव एकता और भाईचारे की मिसाल कायम की है। गांव में ऐसी ही एकता और भाईचारा बना रहे, यह उनकी कामना है। समाजसेवी राजेश भट्ठी ने भी गांव की एकता को बरकरार रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक रहकर ही हम सब तरक्की कर सकते हैं।
इस अवसर पर दीपचंद भट्ठी, ओमप्रकाश मेहरा, सरपंच विनोद कुमार, पंच देवीलाल, दलबीर राठी, सोनू, प्रदीप ककराना, राहुल, नवीन राठी, राकेश, बहादुर भट्ठी, प्रदीप, आशु, मक्खन, दीपक खर्ब, सुमित, कुलदीप समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।